ये तीक़न देते हुए कि वाई एस आर कांग्रेस पार्टी की तरफ से अपने चुनाव वादों के अलावा साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर राज शेखर रेड्डी की तमाम फ़लाही स्कीमों को बरक़रार रखा जाएगा पार्टी की एज़ाज़ी सदर वाई एस विजय अम्मां ने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी सिर्फ़ खोखले वादे कर हरी है और इस ने माज़ी में कभी भी अवाम से किए गए वादे पूरे नहीं किए।
उन्होंने राय दहनदों से अपील की के वो मुजव्वज़ा चुनाव में वाई एस आर कांग्रेस के हक़ में वोट दें। उन्होंने कहा कि वाई एस जगन मोहन रेड्डी राज शेखर रेड्डी के तमाम कामों को जारी रखेंगे और चुनाव में जो पाँच वादे किए गए हैं उन्हें पूरा करेंगे क्युंकि इन्हें अवाम से वादों को पूरा करने की रिवायत अपने वालिद से विरसा में मिली है।
उन्होंने यहां एक रैली से ख़िताब करते हुए कहा कि तेलुगु देशम पार्टी ने कभी भी अपने वादे पूरे नहीं किए और पार्टी के सदर चंद्राबाबू नायडू सब की नज़र में एक मौकापरस्त हैं और वो वक़्त के साथ साथ अपना मौक़िफ़ भी बदलते रहते हैं।
उनकी तर्जीहात अलग हैं और उन का एजंडा खु़फ़ीया है। वो सिर्फ़ चुनिंदा अफ़राद को अवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद को नज़रअंदाज करते हुए फ़ायदा पहूँचाते हैं।
उन्होंने चंद्राबाबू नायडू और वाई एस आर के दौरे हुकूमत में फ़र्क़ बताते हुए कहा कि चंद्राबाबू नायडू ने अपने नौ साल के दौरे हुकूमत में रियासत को तारीकी में ढकेल दिया था जबकि वाई एस राज शेखर रेड्डी ने मईशत को तरक़्क़ी की राह पर गामज़न किया था और समाज के तमाम तबक़ात को अपनी फ़लाही सकीमात के ज़रीये ख़ुश किया था।
उन्होंने इस मोह पर आरोग्यश्री फ़ीस री एमबरसमेंट पवाला वुडी वज़ीफ़ा पीरानासाली हाउज़िंग राशन कारडज़ की इजराई और जिला यगनम जैसी सकीमात का तज़किरा किया।
उन्होंने कहा कि चंद्राबाबू नायडू ने सरमाया निकासी के नाम पर नफ़ा बख़श सनअतों को बंद कर दिया था और अब वो हर ख़ानदान को एक रोज़गार फ़राहम करने का वादा कर हरे हैं।
ये उनके चुनाव वादे हैं जिस की कोई बुनियाद नहीं है और ये पूरे नहीं किए जाऐंगे। उन्होंने कहा कि नायडू ने 54 सनअतों को बंद करके कई अफ़राद को बेरोज़गार कर दिया था। अब नायडू किसानों के क़र्ज़ माफ़ करने की बात कर रहे हैं जबकि उन्हें आदाद-ओ-शुमार ही मालूम नहीं हैं।
किसानों का क़र्ज़ रियासत के बजट से ज़्यादा है। किसानों के क़र्ज़ माफ़ी की स्कीम का क़ौमी सतह पर आग़ाज़ होना चाहीए और मर्कज़ी हुकूमत को ये काम करना चाहीए। विजय अम्मां ने कहा कि चंद्राबाबू नायडू इस तरह के बेबुनियाद वादे करते जा रहे हैं और वो अवाम को ख़बरदार करती हैं कि वो उन के झूटे वादों का शिकार ना होजाएं।
उन्होंने कहा कि नायडू ने अपने दौर-ए-इक्तदार में कभी भी किसानों का क़र्ज़ माफ़ नहीं किया और ना ही उन्होंने माफ़ी के लिए मर्कज़ को दरख़ास्त रवाना की। अब नायडू हैदराबाद की तरक़्क़ी और इंटरनेशनल एयरपोर्ट के क़ियाम-ओ-आउटर रिंगरोड की तामीर का सहरा अपने सर लेना चाहते हैं जबकि ये काम राज शेखर रेड्डी ने किए हैं। उन्होंने कहा कि नायडू ने अपने दौर-ए-इक्तदार में आलमी बैंक के एजेंट के तौर पर काम किया और उनकी पालिसीयां अवाम मुख़ालिफ़ थीं।