हैदराबाद 29 मई (सियासत न्यूज़) तेलुगु देशम पार्टी तमाम तबक़ात की मुसावी तरक़्क़ी के सिलसिले में संजीदा है। मुसलमानों की मआशी, तालीमी तरक़्क़ी के साथ समाज में मुसावी मुक़ाम फ़राहम कराने पार्टी की जानिब से मुस्लिम आलामीया जारी किया जा चुका है । इसी तरह तेलुगु देशम दीगर पसमांदा तबक़ात और ख़वातीन की तरक़्क़ी का भी मंसूबा पेश कर चुकी है।
फ़िल्म अदाकार और तेलुगु देशम क़ाइद एन बाला कृष्णा ने तेलुगु देशम के 32वीं महानाडू से ख़िताब के दौरान बताया कि रियासत में कांग्रेस के इक्तेदार के बाद से तमाम तबक़ात की तरक़्क़ी बाशमोल रियासत की तरक़्क़ी मफ़लूज होकर रह गई है।
बाला कृष्णा ने ख़वातीन पर मज़ालिम और जिन्सी जराइम के वाक़ियात पर अफ़सोस का इज़हार करते हुए कहा कि जिस जमात की सरबराह ख़ातून है यसके इक्तेदार के बावजूद मुल्क में ख़वातीन अदम तहफ़्फ़ुज़ का शिकार हैं।
तेलुगु देशम क़ाइद ने बताया कि ख़वातीन को मआशी तौर पर ख़ुदमुख़तार बनाने वसीअ मंसूबे की ज़रूरत है जो तेलुगु देशम ने अवाम के सामने पेश किया है। उन्हों ने 2014 में तेलुगु देशम के इक्तेदार को यक़ीनी क़रार देते हुए कहा कि मौजूदा सूरते हाल का जायज़ा लेने के बाद अवाम ख़ुद ये तए कर चुके हैं कि अगर आइन्दा कांग्रेस इक्तेदार में आती है तो रियासत भी रहन हो जाएगी।
तेलुगु देशम क़ाइद ने रियासत में तेलुगु देशम दौरे इक्तेदार को शफ़्फ़ाफ़ हुक्मरानी का दौर क़रार देते हुए कहा कि इस दौर में जो रियासत की तरक़्क़ी हुई उस की कोई मिसाल पेश नहीं की जा सकती।
आँजहानी एन टी रामा राव ने तेलुगु अवाम की इज़्ज़त नफ्स के तहफ़्फ़ुज़ के साथ रियासत की तरक़्क़ी का जो ख़ाब देखा था, तेलुगु देशम इस ख़ाब को पूरा कर रही है।