तेलुगू अवाम में नफ़रतों की कोई गुंजाइश नहीं, सिर्फ़ रियासत की तक़सीम

सदर तेलुगूदेशम इन चन्द्रबाबू नायडू ने यू पी ए हुकूमत की तरफ से आंध्र प्रदेश की तक़सीम के मुआमले पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि रियासत की तक़सीम कोई मसला नहीं है लेकिन तेलुगू अवाम को मुनक़सिम नहीं होना चाहीए।

उन्होंने बताया कि महज़्ज़ब मुआशरा में नफ़रतों की कोई गुंजाइश नहीं है। नायडू ने तेलुगू अवाम से मुत्तहिद रहने की अपील करते हुए कहा कि नागुज़ीर हालात में हुई इस अलहिदगी पर इख़तेलाफ़ात पैदा नहीं किए जाने चाहीए।

एन चन्द्रबाबू नायडू ने बताया कि रियासत की तक़सीम के सिलसिले में सिर्फ़ डिग वजए सिंह के बयान पर इकतिफ़ा करना दरुस्त नहीं है।

उन्होंने आंध्र और राइलसिमा इलाक़ों के लिए नए सदर मुक़ाम की निशानदेही और तरक़्क़ी याफ़ता शहरों की तरह इस शहर की तरक़्क़ी के लिए ज़रूरी इक़दामात को नागुज़ीर क़रार दिया।

नायडू ने बताया कि नए सदर मुक़ाम के लिए ये ज़रूरी हैके मर्कज़ी हुकूमत वहां पर बहतरीन इनफ़रास्ट्रक्चर की फ़राहमी खस कर तालीमी इदारे , यूनीवर्सिटीज़ , मुलाज़मतें पैदा करने वाले इदारे क़ायम करने के लिए राहें हमवार करें।

उन्होंने बताया कि नए सदर मुक़ाम के लिए एक अंदाज़ा के मुताबिक़ चारता पाँच लाख करोड़ रुपये के ख़ुसूसी पैकेज की ज़रूरत है।

उन्होंने मर्कज़ी हुकूमत से ख़ाहिश की के वो ये रक़म जारी करें। एन चन्द्रबाबू नायडू ने रियासत के तेलुगु अवाम के साथ मुकम्मिल इंसाफ़ की तमानियत का मुतालिबा करते हुए कहा कि मर्कज़ी हुकूमत पर ये ज़िम्मेदारी आइद होती हैके वो अवाम के मुफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ के लिए इक़दामात करें।

उन्होंने मर्कज़ी हुकूमत को रियासत के वसाइल की तक़सीम बिलख़सूस सरमाया पानी , बर्क़ी और मुलाज़मतों के सिलसिले में माहिरीन की कमेटी तशकील दे ताकि कमेटी की सिफ़ारिशात की बुनियाद पर वसाइल की तक़सीम को मूसिर बनाया जा सके।

सदर तेलुगूदेशम पार्टी ने बताया कि तेलंगाना और आंध्र दोनों इलाक़ों में सरमाया कारी को यक़ीनी बनाने के लिए बैरूनी सरमाया कारों को राग़िब करने की कोशिशें की जाये।

उन्होंने बताया कि वो आज जो प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब कर रहे हैं , वो साफ तौर पर गैर सयासी है। उन्होंने वाज़िह किया कि वो तेलुगू अवाम के नुमाइंदा की हैसियत से बात कर रहे हैं जबकि वो अच्छी तरह जानते हैंके ये फैसले क्यों और कैसे किए जा रहे हैं।