तेलुगू देशम हुकूमत को यौमे ख़वातीन मनाने का हक़ नहीं: रोजा

हैदराबाद 08 मार्च: मशहूर तेलुगू फ़िल्म अदाकारा और वाईएसआर कांग्रेस की शोला बयान रुकने असेंबली रोजा ने इल्ज़ाम आइद किया कि चंद्रबाबू हुकूमत में ख़वातीन महफ़ूज़ नहीं हैं और कहा कि एसी सूरत में हुकूमत आंध्र प्रदेश को आलमी यौमे ख़वातीन मनाने का कोई हक़ नहीं है।

उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि टीडीपी लीडर एन बाला कृष्णा और नारा लोकेश के पास ख़वातीन का कोई एहतेराम नहीं है और इस पार्टी के चंद दूसरे क़ाइदीन भी इसी ज़हनीयत के हामिल हैं। रोजा ने निंदा मोरी बाला कृष्णा से मुतालिबा किया कि एक फ़िल्मी तक़रीब के दौरान ख़वातीन के बारे में किए गए नाशाइस्ता रिमार्कस पर माज़रत ख़्वाही करें।

रोजा ने कहा कि एक तरफ़ तेलुगू देशम हुकूमत और दूसरी तरफ़ इस पार्टी के क़ाइदीन की तरफ से ख़वातीन पर मज़ालिम रोज़मर्रा का मामूल बन गए हैं। एक वज़ीर के बेटे ने हैदराबाद में दिन-दहाड़े और खुले आम एक ख़ातून से बदसुलूकी की। एल्विरो में एक कमसिन लड़की इंदू मति को ज़िंदा जला दिया गया। रतेश्वरी को ख़ुदकुशी के लिए मजबूर किया गया एक ख़ातून एम आर ओ को एक रुकने असेंबली ने बरसर-ए-आम ढकेल दिया। रोजा ने सवाल किया कि इन हालात में आप (चंद्रबाबू हुकूमत) को यौमे ख़वातीन मनाने का कौनसा अख़लाक़ी हक़ पहुंचता है।