‘तो क्या हम राहुल को बादशाह कहें’

नरेंद्र मोदी के राहुल गांधी को बार-बार ‘शहजादा’ कहने पर भड़की कांग्रेस की झल्लाहट को बीजेपी ने यह कहकर और भी भड़का दिया है कि क्या अब उन्हें कांग्रेस नायब सदर यानी राहुल को ‘बादशाह’ कहना चाहिए।

बीजेपी की तर्जुमान मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘अगर उन्हें ‘शहजादा’ कहना गलत है, तो क्या फिर उन्हें ‘बादशाह’ कहकर पुकारना चाहिए?’

नरेंद्र मोदी की तरफ से बार-बार राहुल को शहजादा कहकर पुकारने से भड़की कांग्रेस ने इंतेबाह दिया था कि मोदी इस तरह के लफ्ज़ो का इस्तेमाल करना बंद करें। लेकिन जवाब में मोदी ने पटना रैली के दौरान कहा कि अगर कांग्रेस नस्ल परस्ती खत्म कर देती है, तो वह भी राहुल को शहजादा कहना छोड़ देंगे।

पटना में इतवार के रोज़ मोदी की रैली में हुए सीरियल ब्लास्ट पर यूपीए हुकूमत और बिहार की नीतीश हुकूमत को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी की तर्जुमान ने इल्ज़ाम लगायी कि वाकिया के बाद कांग्रेसी लीडर गैर जिम्मेदाराना सियासी बयान देने में लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि रैली के लिए बुनियादी हिफाज़ती मयार पर अमल नहीं किया गया था। हुकूमत दहशतगर्द नेटवर्क को खत्म करने में नाकाम रही है।

लेखी ने कहा, ‘मरकज़ की लापरवाही की वजह सॆ मुल्क में इंडियन मुजाहिदीन की जड़े मजबूत हो रही हैं।’ धमाकों के बावजूद मोदी के रैली में पहुंचने के फैसले की ताइद करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह रैली में नहीं जाते, तो आवाम में गलत पैगाम जाता।

उन्होंने धमाकों वाले दिन ही वज़ीर ए दाखिला की तरफ से बॉलीवुड के एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने के फैसले की भी मुज्म्मत की। उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे वुजराओं को ओहदे पर बने रहना चाहिए। हुकूमत सेक्युरिटी इंतेजामों के साथ खेल रही है।

लेखी ने कहा कि हमने मोदी की हिफाज़त के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की मांग की थी। आखिर क्यों एसपीजी सेक्युरिटी सिर्फ एक खास खानदान तक ही महदूद है?