…तो दिल्ली में इसलिए सीएम पर्रीकर दोस्त नहीं बनाते थे

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार (सात सितंबर) को कहा कि वो देश के रक्षा मंत्री रहने के दौरान दिल्ली में वो काफी “अकेला” महसूस करते थे क्योंकि वो दोस्त नहीं बना पाते थे।

पर्रिकर ने कहा, “ये पहचानना मुश्किल होता था कि कौन हथियारों का डीलर है या एजेंट है।” पर्रिकर ने कहा कि वो दिल्ली से भागे नहीं बल्कि गृह प्रदेश में उनकी वापसी “संयोगवश” हुई। पर्रिकर ने कहा कि रक्षा मंत्री होने के ये जिम्मेदारी आ जाती है। पर्रिकर ने कहा, “…मंत्रालय ऐसा था कि मैं दोस्त नहीं बना सकता था। क्योंकि पता नहीं चलता कि कौन हथियारों का डीलर है या कौन दलाल है। इसीलिए दूर रहना ही बेहतर। इसीलिए मुझे अकेलापन महसूस होता था।” पर्रिकर एक मीडिया पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे।

मनोहर पर्रिकर ने दिल्ली के वायु प्रदूषण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के वायु प्रदूषण की वजह से उनकी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ा था लेकिन गोवा आने के बाद धीरे-धीरे उनकी सेहत सही हुई।

पर्रिकर ने कहा, “मेरे ख्याल से वहां काफी प्रदूषित वातावरण है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। इसका असर आपकी सेहत पर पड़ता है। लोग मुझसे कहते थे कि अपनी सेहत का ख्याल रखिए। अब ऐसा कहने वाले लोगों की संख्या कम हो गयी है। पिछले पांच-छह महीने में मेरी सेहत सुधरी है।”