तो फिर वासेपुर में गैंगवार की तैयारी

धनबाद 2 जून : पहले धनबाद जेल, फिर हजारीबाग सेंट्रल जेल और अब दुमका जेल भेजे जाने के बाद भी वासेपुर का बदनाम जमाना मुजरिम फहीम खान चुप नहीं बैठ रहा है। हालिया सरगर्मियों से ऐसा लग रहा था कि गैंग्स ऑफ वासेपुर का एपिसोड ख़त्म हो गया है।

लेकिन कोडरमा के गिरोह की गिरफ्तारी ने यह बता दिया कि चालें अब भी चली जा रही हैं। अलबत्ता जमानत पर निकलने के बाद साबिर आलम काफी संभल कर चल रहा है। उसने मीडिया से भी दूरी बना रखी है। हालांकि हाल में मुख्तलिफ मामलों में फहीम के रिश्तेदारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाइयों के पीछे साबिर का हाथ ही फहीम के घर वाले मानते रहे हैं।

इसके पहले भी मौजूदा एसपी सुमन गुप्ता के मुद्दत में फहीम के क़त्ल की साजिश का खुलासा हुआ था। साबिर और एक कोयला ताजिर के क़त्ल की साजिश में रांची के जिस अनिल शर्मा का नाम आ रहा है वह उम्र कैद काट रहा है। जेल के अंदर रहने के बावजूद रांची में रेलवे के ठेके में उसका दबदबा है।

उसकी मरजी के बिना कोई रांची इलाके में काम नहीं कर सकता। धनबाद रेल डिविजन में फहीम खान अपना सिक्का चलाता रहा है। हजारीबाग जेल में दोनों के मिलन के बाद साबिर के क़त्ल की साजिश रची गयी। अनिल शर्मा की बेटी की शादी मोकामा (बिहार) के बाहुबली सूरजभान सिंह के छोटे भाई से हुई है। बिहार के रेलवे ठेके पर सूरज भान सिंह का दबदबा काफी अरसे से चला आ रहा है।

रामगढ़ का आतंक है श्रीवास्तव : रामगढ़ जिला में कोयला का गैर कानूनी धंधा और कई बड़े मामले में सुशील श्रीवास्तव का नाम आया है। फिलहाल वह भी हजारीबाग जेल में बंद है। उसके नाम से रामगढ़ और हजारीबाग के कई थानों में मामला दर्ज है। सुशील, अनिल शर्मा और बाबू सिन्हा की दोस्ती है और अभी-सभी एक दूसरे के लिए काम करते हैं।

बम बनाने में माहिर सरगना : कमलेश सिंह डकैती, आर्म्स एक्ट और दीगर इल्जामों में कई बार जेल जा चुका है। वह बम बनाने में माहिर है। जिस कोयला ताजिर के खिलाफ क़त्ल की साजिश की बात कही जा रही है वह कोई अग्रवाल है।