तक़सीम रियासत का जल्दबाज़ी में फ़ैसला

सी पी आई एम के क़ाइद सीता राम यचूरी ने आंध्र प्रदेश की तक़सीम के फ़ैसले की मुख़ालिफ़त की और कहा कि यू पी ए और कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने रियासत की तक़सीम के बारे में जो फ़ैसला किया है इस से सीमा आंध्र के इलाक़ों में एहतेजाज का आग़ाज़ होगया।

उन्होंने कहा कि रियासत की तक़सीम से पहले कांग्रेस पार्टी ने तीनों इलाक़ों के अवाम के शुबहात दूर करने की कोई कोशिश नहीं की। तीनों इलाक़ों की तरक़्क़ी और अवामी मुफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ के सिलसिले में कोई वाज़िह एलान नहीं किया गया। उन्हों ने हैदराबाद को दस बरसों तक दोनों रियास्तों का मुशतर्का दार-उल-हकूमत क़रार दिए जाने के फ़ैसलेपर तबसरा करते हुए कहा कि इस सिलसिले में हुकूमत को वज़ाहत करनी चाहीए कि मुशतर्का दार-उल-हकूमत में किस रियासत की कितनी हिस्सादारी होगी।

उन्होंने अफ़सोस का इज़हार किया कि सिर्फ़ सयासी अग़राज़ की तकमील के लिए कांग्रेस ने जल्दबाज़ी में रियासत की तक़सीम का फ़ैसला करलिया जबकि अवाम के ज़हनों में उठने वाले अंदेशों और ख़दशात दूर करने की कोई कोशिश नहीं की गई।

उन्होंने मुतालिबा किया कि रियासत की तक़सीम के बाद तीनों इलाक़ों के साथ यकसाँ तौर पर इंसाफ़ किया जाना चाहीए।सीता राम यचूरी ने क़ौमी सतह पर बड़े पैमाने पर सयासी तबदीलीयों की पेश क़ियासी की।

उन्होंने कहा कि आने वाले आम चुनाव में यू पी ए और एन डी ए का मौक़िफ़ इंतेहाई कमज़ोर होगा क्युंकि दिन बह दिन दोनों अवामी एतेमाद से महरूम होते जा रहे हैं।

उन्हों ने पेश क़ियासी की के आने वाले दिनों में क़ौमी सतह पर नए सयासी इत्तेहाद तशकील पा सकते हैं।उन्होंने कहा कि मुल्क की मआशी पेलिसी के सिलसिले में कांग्रेस और बी जे पी के नज़रियात में कोई फ़र्क़ नहीं है।ग़ैर कांग्रेस और ग़ैर बी जे पी जमातों पर मुश्तमिल तीसरे सेकूलर महाज़ की ज़रूरत ज़ाहिर करते हुए सीता राम यचूरी ने कहा कि सेकूलर जमातों को इस सिम्त में मसाई करनी चाहीए।
उन्होंने फ़ूड सेकोरेटी बिल की आजलाना मंज़ूरी को नागुज़ीर क़रार दिया और कहा कि इस पर अमल आवरी से ग़रीब अवाम को फ़ायदा होगा।