तक़सीम रियासत को रोकने किरण कुमार की चंद्र बाबू के साथ साज़िश

टी आर एस के डिप्टी फ़्लोर लीडर हरीश राव ने इल्ज़ाम आइद किया कि चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी रियासत की तक़सीम को रोकने के लिए लम्हा आख़िर में तेलुगु देशम क़ाइद चंद्र बाबू नायडू के साथ साज़िश कर रहे हैं। अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए हरीश राव ने इल्ज़ाम आइद किया कि सदर तेलुगु देशम चंद्र बाबू नायडू के डायरेक्शन पर किरण कुमार रेड्डी एक्शन कर रहे हैं।

इस तरह दोनों सीमा आंध्र बाबू तेलंगाना के क़ियाम को रोकने के लिए मुत्तहिद हो चुके हैं। उन्हों ने कहा कि असेंबली में चंद्र बाबू नायडू ने मुबाहिस में हिस्सा लेते हुए मुतालिबा किया था कि मुसव्वदा बिल में नक़ाइस के सबब उसे मर्कज़ को वापिस कर दिया जाए। उन के इस मुतालिबा के चंद मिनट बाद ही चीफ मिनिस्टर ने असेंबली के क़ायदा 77 का हवाला देते हुए स्पीकर को नोटिस पेश की और बिल को वापिस करने का मुतालिबा किया।

उन्हों ने कहा कि इस तरह दोनों क़ाइदीन की मिली भगत आशकार हो चुकी है। हरीश राव ने कहा कि तेलंगाना मुसव्वदा बिल पर तवील मुबाहिस के बाद लम्हा आख़िर में अचानक उसे वापिस करने का ख़्याल क्यों आया। उन्हों ने चीफ मिनिस्टर की जानिब से मुसव्वदा बिल को गैर दस्तूरी क़रार देने को मज़हका ख़ेज़ क़रार दिया।

हरीश राव ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत ने क़ानूनी और दस्तूरी माहिरीन से मुशावरत के बाद ही मुसव्वदा बिल को क़तईयत दी है और असेंबली के क़ायदा 77 के ज़रीए उसे रोका नहीं जा सकता।

उन्हों ने यक़ीन ज़ाहिर किया कि चीफ मिनिस्टर की नोटिस का मुसव्वदा बिल की मंज़ूरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा और अगर असेंबली में बिल के ख़िलाफ़ अरकान की अक्सरियत अपनी राय का इज़हार करेगी तब भी मर्कज़ अपने अख़्तियारात के तहत आइन्दा पार्लीयामेंट सेशन में बिल की मंज़ूरी को यक़ीनी बना सकता है।