थाईलैंड के सैलाब में हलाकतों की तादाद 500 होगए

बैंकाक 7 नवंबर (ए पी) थाईलैंड में सैलाब से होने वाली हलाकतों की जुमला मुल्क गीर तादाद आज 500 होगई आलूदा स्याह पानी का सैलाब पूरे शेमाली बैंकाक में जारी है। बैंकाक की बुलंदी पर तामीर शूदा पटरियों के नीचे की पूरी शाहराह और तमाम बड़े चौराहे सैलाब की वजह से ज़ेर-ए-आब हैं।

सैलाब शहर मोचट के बस टर्मीनल तक पहुंच गया है। जो शुमाली थाईलैंड का मर्कज़ी बाबदा खिला है। पुलिस सरबराह अठाईवान काईओसा आरड के बमूजब बस डिपो कारकरद है। तीन माह की मुसलसल मूसलाधार बारिश के नतीजा में आधा थाईलैंड ज़ेर-ए-आब आचुका है। हुकूमत के बमूजब जुलाई से जारी सैलाब से जुमला 506 हलाकतें वाक़्य होचुकी हैं। बैंकाक के शुमाल में बाअज़ सूबों में सैलाबी पानी की सतह में कमी आई है।

शहर के अतराफ़ आरिज़ी तामीरात के ज़रीया सैलाब के धारे का रुख जुनूब की सिम्त वाक़्य ख़लीज थाईलैंड की तरफ़ मोड़ दिया गया है। ओहदेदारों ने बैंकाक के 50 अज़ला में से 8 के तख़लिया के अहकाम दे दिए हैं। 7 अज़ला या तो मुकम्मल या जुज़वी तौर पर ज़ेर-ए-आब हैं। कल सैलाब का पानी बैंकाक के बलंद तरीन मुक़ाम ख़रीद-ओ-फ़रोख़त के मर्कज़ से टकरा रहा था जो हफ़तावार बाज़ार चिटो चाक के नाम से मशहूर है और सय्याहों के लिए इंतिहाई पुरकशिश है।

कल बाज़ार के मशरिक़ी इलाक़ा में पानी बह रहा था। गुज़श्ता चंद दिन से पानी जुनूब की सिम्त बैंकाक से मुत्तसिल इलाक़ा लिया डफ़र एड की सिम्त बढ़ रहा है जो सरकारी दफ़ातिर का मर्कज़ है। यहां एक मक़बूल तिजारती मर्कज़ भी क़ायम है।

हिंदूस्तानी नज़ाद ख़ातून अश्शो खुराना ज़िंदगी भुरिया होलनाक तजुर्बा भुलाना पाएगी जब सैलाब पूरी ताक़त से उन की तीन मंज़िला क़ियामगाह में दाख़िल हुआ और अपने साथ तमाम सामान जैसे घरेलू फ्रंेच और बावर्चीख़ाने की अशीया बहा ले गया। उन्हें अपने शौहर के हमराह घुटनों बराबर पानी से गुज़रते हुए महफ़ूज़ मुक़ाम पर मुंतक़िल होना पड़ा।