थाने की क़बाइली लड़की को यौम जम्हूरीया पर क़ौमी बहादुरी एवार्ड

थाने, 23 जनवरी: (पी टी आई) एक क़बाइली लड़की जिसकी उम्र सिर्फ़ 15 साल है, मिसाली जुर्रत (Bravery) का मुज़ाहिरा करते हुए अपनी बड़ी बहन को ताल्लुक़ा सहापूर में चीते की गिरफ्त से उसकी जान बचाकर छुड़ाने में कामयाब हुई थी। इसके कारनामे की बुनियाद पर उसे 2012 के क़ौमी जुर्रत/ बहादुरी एवार्ड (National Bravery award)के लिए मुंतख़ब किया गया है ।

ये कमसिन दिलेर लड़की हाली रघूनाथ उर्फ़ वीर बापूजी गांधी राष्ट्रीय बलवीर पुरस्कार नई दिल्ली में 26 जनवरी को मुनाक़िदा एक तक़रीब में वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के हाथों से हासिल करेंगी । वो इन 22 बच्चों में से एक हैं जिन्हें यौम जमहूरीया के मौक़ा पर एज़ाज़ अता किए जाएंगे।