थाने में हंसता रहा मुल्ज़िम और रोती रही मुतासिरा

जमीन के छोटे टुकड़े पर दबंगों की नजर क्या लगी, अबला की जान पर बन आई। कई बार मारपीट कर दहशत में लिया गया और सिर की छत छोडऩे का फरमान जारी किया जाता रहा। हद तब हो गई जब जमीन का टुकड़ा हड़पने के लिए उसकी इतनी पिटाई की गई कि जान पर बन आई। हमदर्दों ने अस्पताल में एड्मिट कराया। थाने में रपट लिखाने की कोशिश की गई तो पुलिस ने आंख फेर ली। मुतासिरा रोती रही और थानेदार के सामने बैठा मुल्ज़िम हंसता रहा। यह नजारा देख रहे नौजवान ने पूरी वाकिया को रिकॉर्ड कर लिया और व्हाट्सएप के जरिए खातून कमीशन को भेज दिया।
मामला दरभंगा जिले के केवटी थाने से जुड़ा है। जानकारी होने के बाद कमीशन के दखल पर थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। कमीशन की सदर अंजुम आरा ने बताया कि बुध को जानकारी मिली है। थाना पुलिस को हिदायत दिया गया है। बीस दिन बाद फिर पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी।मुतासिरा के साथ हर हाल में इंसाफ होगा।

सोनी खातून (गैर हक़ीक़ी नाम) आज अस्पताल में एड्मिट है। उसके शौहर का इंतेकाल हो चुका है। वह अकेली है। इलाके के कुछ दबंग उसकी झोपड़ी और जमीन के छोटे से टुकड़े पर नजरें जमाए हैं। पहले भी कई बार उसके साथ मारपीट की गई, झोपड़ी तोड़ दी गई। पर वह डर कर भागी नहीं। सोनी के मुताबिक उसे बुरी तरह मारा गया। दबंगों ने जमीन पर गिरा दिया और लात-घूंसे बरसाते रहे। यह लोग जानते हैं कि उसके आगे-पीछे कोई नहीं है। एक बार झोपड़ी भी जला दी थी।

खातून कमीशन की सदर अंजुम आरा ने बताया कि बुध को हमें व्हाट्स एप के जरिए खातून पर हो रहे ज़ुल्म का पता चला है। शिकायत मिली थी कि थाने में एफआइआर दर्ज नहीं की जा रही है। यह भी पता चला कि कुछ मुक़ामी लीडरों के साथ मुल्ज़िम थाने में बैठा हुआ है। हमने थानेदार को फोन किया और फौरन ही एफआइआर दर्ज करवाई। जिस सख्श ने हमें जानकारी दी, वह शाबाशी के काबिल है। हम बीस दिन बाद जानकारी लेंगे कि इस केस में क्या कदम उठाए गए हैं।