दंगों की सीडी दिखाकर दहशतगर्द बनाता था मोनू

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ा दस लाख के इनामी दहशतगर्द तहसीन अख्तर उर्फ मोनू कम उम्र के लड़कों को दंगों की सीडी दिखाकर व जेहाद के नाम पर उन्हें दहशतगर्द बनाया करता था। पटना बम धमाके में शामिल मुश्तबा दहशतगर्द इम्तियाज, नोमान, तौफिक, एनुल को भी मुजफ्फरनगर दंगों के साथ दीगर दंगों की सीडी दिखायी गयी थी।

सीडी पाकिस्तान में बैठा आईएम का सरपरस्त दहशतगर्द रियाज भटकल तैयार कर मोनू को भेजता था। सीडी में रियाज के अलावा पाकिस्तानी दहशतगर्दों के भड़काऊ तकरीर होते थे। मोनू दरभंगा के साथ रांची में भी दहशतगर्द तैयार करने के लिए कई खुफिया सेंटर चलाता था। 27 अक्टूबर को पटना जंक्शन के बाइतुल खुला में धमाके के बाद मौके से पकड़े गये मुश्तबा दहशतगर्द इम्तियाज ने पटना पुलिस के साथ ही एनआईए की पूछताछ में इस तरह के कई खुलासे किये थे।

इम्तियाज ने बताया था कि मोनू व हैदर उन्हें और दीगर नौजवानों को जिहाद के नाम पर जान कुर्बान करने तक के लिए उकसाता था। जो नौजवान उनके झांसे में आ जाते थे, उन्हें बम बनाने, पिस्टल चलाने व टाइमर सेट करने की ट्रेनिंग दी जाती थी। उन्हें जेहादी किताबें भी पढ़ने दिया जाता था। मोनू इन नौजवानों को इक़्तेसादी मदद भी करता था। सीठियो गांव में कई दिनों तक रहा था मोनू पटना बम ब्लास्ट में शामिल पांच मुश्तबा दहशतगर्द रांची के सिठियो गांव के रहनेवाले हैं।
पूछताछ में इम्तियाज ने बताया था कि मोनू सीठियो गांव में कई दिनों तक रहा था। वहां के कई नौजवानों को वह दहशतगर्द की राह पर चलने के लिए तैयार किया था। रांची के हिंदपीढ़ी वाक़ेय इरम लॉज कई सालों से दहशतगर्द का अहम सेंटर था। इरम लॉज में ही बम बनाए जाते थे। गुजिशता साल एनआईए ने इरम लॉज से कई बम व टाइमर के साथ दीगर सामान बरामद किये थे।