सी आर पी एफ की एक बड़ी कार्रवाई में तक़रीबा ( लगभग) 20 माओवादी नक्सलवादी बिशमोल ( जिसमें) एक ख़ातून दंतेवाड़ा के घने जंगलात में ज़बरदस्त तसादुम ( मुठभेड़) के दौरान हलाक हो गए । इस कार्रवाई में छः जवान ज़ख्मी भी हुए हैं जिन में दो की हालत नाज़ुक बताई जाती है ।
कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के घने जंगलात के इलाक़ा में ये एनकाउंटर हुआ । ये इलाक़ा बेस्तर इलाक़ा के बीजापुर ज़िला में जागर गोंडा और बसागोड़ा के दरमियान हुआ । गुज़शता शब हुई इस कार्रवाई में सी आर पी एफ और रियासती पुलिस अमला ( कर्मचारियों) के तक़रीबा 300 अहलकारों ने तीन जानिब से पेशक़दमी करते हुए माओवादी को निशाना बनाया था ।
छत्तीसगढ़ के एडीशनल डी जी ( नक़्सलाइट ऑपरेशंस ) मिस्टर राम निवास ने बताया कि एनकाउंटर के मुक़ाम से मावी सुट्टों की 17 नाशें अब तक उठाई जा चुकी हैं । उन्होंने बताया कि इलाक़ा में तलाशी मुहिम भी शुरू कर दी गई है और महलोकेन की तादाद में इज़ाफ़ा भी मुम्किन है ।
उन्होंने कहा कि यहां दस्तयाब नाशों के इलावा मज़ीद तीन माओवादीयों के हलाक होने की भी इत्तिला है । एक सीनीयर सी आर पी एफ ओहदेदार ने कहा कि दो माओवादी इस एनकाउंटर में ज़ख्मी भी हुए हैं और उन्हें ईलाज के लिए दार-उल-हकूमत ( राजधानी) रायपुर को बज़रीया तय्यारा ( विमान के द्वारा) मुंतक़िल किया जा रहा है ।
ओहदेदार ने कहा कि जारीया साल ये छत्तीसगढ़ में नक्सलाइट्स के ख़िलाफ़ सब से बड़ी कार्रवाई है । ओहदेदारों ने कहा कि बीजापूर । दंतेवाड़ा इलाक़ा में काम करने वाले कई अहम नक़्सलाइट्स भी इस एनकाउंटर में हलाक हुए हैं । उन्होंने बताया कि सी आर पी एफ के छः अहलकार जिनमे दो कोबरा कमांडोज़ शामिल हैं गोलियां लगने से ज़ख्मी हो गए हैं और उन्हें तिब्बी इमदाद के लिए राय पर लाया जा रहा है ।
दो की हालत नाज़ुक बताई गई है । इसी इलाक़ा में नक़्सलाइट्स ने सिक्योरिटी फोर्सेस पर अप्रैल 2010 में हमला करते हुए 75 अफ़राद को हलाक कर दिया था । यहां पहाड़ी इलाक़ा और भारी तादाद में नक़्सलाइट्स की मौजूदगी को देखते हुए सी आर पी एफ ने एक डी आई जी और दो कमांडेंट रैंक ओहदेदारों को मुतय्यन ( नियुक़्त) किया था । सी आर पी एफ की तीन यूनिट्स यहां मुतय्यन ( नियुक़्त) हैं।