कांग्रेस ने दस्तूर की दफ़ा 370 पर बहस के लिए गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की पेशकश को आज रद करदिया और उन्हें मश्वरा दिया कि इस मसला पर वो सब से पहले सिंह परिवार से बहस करें और कहा कि हुक्मराँ जमात ( कांग्रेस ) का मौक़िफ़ इस मसला पर पहले से साफ़ और वाज़िह है।
कांग्रेस के जेनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो मोदी के बयान को संजीदा नहीं समझते क्यो कि बी जे पी वज़ारत-ए-उज़मा के दावेदार नरेंद्र मोदी अपने ब्यानात बदलते रहते हैं। सिंह ने हालिया रैलियों में तारीख़ी वाक़ियात पर मोदी का मज़ाक़ उड़ाते हुए कहा कि गुजरात के चीफ मिनिस्टर तारीख से नावाक़िफ़ हैं और कई मसाइल पर नासम्झी की बातें करते रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जहां तक मेरी पार्टी का ताल्लुक़ है इस मसला ( जम्मू-ओ-कश्मीर को दफ़ा 370 के तहत ख़ुसूसी मौक़िफ़ देने ) पर साफ़ और वाज़िह है। अगर मोदी बहस करना ही चाहते हैं तो बी जे पी और सिंह परिवार में इस मसला पर बहस करें। नरेंद्र मोदी अगर बी जे पी और सिंह परिवार में इस मसला पर बहस करते हैं तो कोई एतराज़ नहीं होगा।
अगर वो अवामी मुबाहिसा चाहते हैं तो इस पर भी हमें कोई एतराज़ नहीं होगा। जम्मू-ओ-कश्मीर के ख़ुसूसी मौक़िफ़ से मुताल्लिक़ दस्तूर की दफ़ा 370 को खत्म करने बी जे पी के मौक़िफ़ को बज़ाहिर नरम करते हुए नरेंद्र मोदी ने गुजिश्ता रोज़ कहा था कि इस बात पर कम से कम मुबाहिसा तो होना चाहिए कि आया इस से जम्मु व कश्मीर को कोई फ़ायदा पहुंच रहा है या नहीं ?।
बी जे पी वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार नामज़द किए जाने के बाद जम्मू-ओ-कश्मीर में अपनी पहली रैली से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी दस्तूर की इस दफ़ा के मुख़्तलिफ़ पहलू पर ग़ौर-ओ-बहस चाहती है। मर्कज़ी वज़ीर मनीष तेवारी ने भी मोदी के रिमार्कस को फ़ौरी तौर पर रद करदिया था और कहा था कि इससे बी जे पी के दोहरे मेयार का पता चलता है।
उन्होंने मज़ीद कहा था कि जिस अंदाज़ में वो (बी जे पी क़ाइदीन) दस्तूर की दफ़आत 370 और 371 के बारे में बात कररहे हैं। इससे में ये समझता हूँ कि उन्होंने कभी दस्तूर हिंद का मुताला नहीं किया है और ना ही उस की तफ़सीलात की परवाह करते हैं। मनीष तेवारी ने कहा कि वो ( मोदी के रिमार्कस) एन (बी जे पी) की दोगली बातों को पूरी तरह बेनकाब करचुके हैं।
10 साल क़बल , पाँच साल क़बल , और एक साल क़बल तक दफ़ा 370 की मंसूख़ी के लिए बी जे पी की बातें सुन रहे थे और अब वो (बी जे पी ) दफ़ा 370 पर बहस की बातें कररही है।