दमिशक़ में लाखों हुकूमत हामीयों का अरब लीग के ख़िलाफ़ एहतिजाज

दमिशक़ 14 नवंबर (ए एफ़ पी) अरब लीग की जानिब से बशारुल असद की हुकूमत की रुकनीयत से मुअत्तली पर ब्रहम अवाम में और लाखों की तादाद में दमिशक़ में एहितजाजी मुज़ाहिरे किये। वो शामी पर्चम लहरा रहे थे और सदर शाम बशारुल असद की तस्वीरें उठाए हुए थे। वो अवाम बशारुल असद चाहते हैं के नारे लगा रहे थे।सरकारी टी वी पर एहितजाजी मुज़ाहिरों की जो झलकियां दिखाई गईं इन में दमिशक़ के अमीद चौक में सब से ज़बरदस्त एहितजाजी मुज़ाहरा देखा गया। तिजारती मर्कज़ अलीपो और दीगर शहरों में भी शामी अवाम चौराहों पर जमा होगए थे और अरब लीग के फ़ैसले के ख़िलाफ़ एहतिजाज कररहे थे।

अरब लीग के वुज़राए ख़ारिजा ने 22 के मुक़ाबले में 28 वोटों के ज़रीया शाम की रुकनीयत मुअत्तल करदी है क्योंकि वो हुकूमत मुख़ालिफ़ एहितजाजी मुज़ाहिरीन के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई रोक देने के मुआहिदे की पाबंदी नहीं कररहा है। दमिशक़ से अरब ममालिक के सफ़ीरों की वापसी का मुतालिबा भी किया गया और तमाम तहदीदात बर्दाश्त करने का भी अह्द किया गया।

अरब लीग के हेडक्वार्टर्स में उबूरी दौर के लिए मुशतर्का नज़रिया तैय्यार करने की दावत दी गई और शाम पर तहदीदात आइद करने से इत्तिफ़ाक़ किया गया। अप्पोज़ीशन शामी क़ौमी मजलिस ने अरब लीग के फ़ैसले की सताइश करते हुए कहा कि वो उबूरी दौर के लिए मुजव्वज़ा मुज़ाकरात में शिरकत के लिए तैय्यार है। बुनियादी शर्त बशारुल असद के मुल्क से इख़राज और उन की जगह जमहूरी हुकूमत का क़ियाम होगी। अरब लीग के फ़ैसले के ऐलान के कुछ ही देर बाद लाखों ब्रहम एहितजाजी मुज़ाहिरीन ने दमिशक़ में क़ायम क़तर और सऊदी अरब के सिफ़ारतख़ानों पर हमला किया।

ये दोनों ममालिक 18 रुकनी अरब लीग के रुकन हैं जिन्हों ने हुकूमत शाम के ख़िलाफ़ वोट दिया था। अवाम के ब्रहम हुजूम ने क़तर के सिफ़ारतख़ाना का फाटक तोड़ दिया। इमारत की छत तक पहुंच गई। क़तर का पर्चम उतार फेंका और इस की जगह शामी पर्चम लहरा दिया। सिफ़ारतख़ाना के सयान्ती अमला ने आँसू गैस इस्तिमाल की। क़तर के सफ़ीर जुलाई में ही दमिशक़ से वापिस होचुके हैं। ब्रहम अवाम के एक और हुजूम ने सऊदी सिफ़ारतख़ाना पर संगबारी की। इस की खिड़कियों के शीशे चकनाचूर करदिए और इमारत में दाख़िल होकर तोड़ फोड़ की।

सऊदी हुकूमत ने इस वाक़िया की शदीद मुज़म्मत करते हुए शामी ओहदेदारों को सऊदी मुफ़ादात का शाम में तहफ़्फ़ुज़ और सयानत का ज़िम्मेदार क़रार दिया। सऊदी अरब ने 8 अगस्त को ही शाम से अपना सफ़ीर वापिस तलब करलिया है क्योंकि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की इत्तिला के बमूजब शाम एहितजाजियों पर जबर कररहा था और 3500 एहितजाजी मुज़ाहिरीन को हलाक करचुका था। अरब लीग के फ़ैसले की आलमी क़ाइदीन ने सताइश की है।