नई दिल्ली, ०६ नवंबर: (पीटीआई ) जनता पार्टी के सदर सुब्रामणयम स्वामी ने इलेक्शन कमीशन पर ज़ोर दिया है कि वो अपने ओहदेदारों को इस बात पर पाबंद करें कि कांग्रेस की मुसल्लिमा हैसियत ख़त्म करने के लिए पेश करदा उन की दरख़ास्त का मीडिया में इफ़शा ( ज़ाहिर/ प्रकट) ना किया जाए ।
उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि बाअज़ ओहदेदार इलेक्शन कमीशन के इस ग़ैर शूदा इरादा का अफ़शा कर रहे हैं कि वो इस दरख़ास्त को अपने दायर कार से बालातर क़रार देते हुए वापस करना चाहता है । डाक्टर स्वामी ने हफ़्ता को अपनी दरख़ास्त पेश करते हुए कांग्रेस की मुसल्लिमा हैसियत ख़त्म करने की अपील की थी और इल्ज़ाम आइद किया था कि फ़िलहाल बंद अख़बार नेशनल हेराल्ड की इशाअत के लिए कांग्रेस ने एक कंपनी को 90 करोड़ रुपए का क़र्ज़ फ़राहम करते हुए मुक़र्ररा क़वानीन की ख़िलाफ़वर्ज़ी की है ।
चीफ इलेक्शन कमिशनर वी एस संपत के नाम अपने मकतूब में डाक्टर स्वामी ने कहा कि इस किस्म के अफ़शा से इलेक्शन कमीशन की ग़ैर जांबदारी के बारे में संगीन सवालात उठ सकते है कि आया इलेक्शन कमीशन ग़ैर जांबदार अंदाज़ में काम भी कर रहा है?