दरगाह बड़ा पहाड़ में बड़े पैमाने पर धांदलियों का इन्किशाफ़

हैदराबाद 11 जून: दरगाह हज़रत साद उल्लाह हुसैनी बड़ा पहाड़ निज़ामबाद में बड़े पैमाने पर धांदलियों और ज़ाइरीन से मन-मानी रक़ूमात की वसूली की शिकायात पर वक़्फ़ बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए कॉन्ट्रैक्ट को मंसूख़ कर दिया है। मुक़ामी रियासती वज़ीर पोचारम श्रीनिवास रेड्डी और अवामी नुमाइंदों ने इस सिलसिले में वक़्फ़ बोर्ड से शिकायत की थी कि कॉन्ट्रैक्टर की तरफ से हर सतह पर ज़ाइरीन से मन-मानी रक़ूमात हासिल की जा रही हैं और ज़ाइरीन को माली बोझ में मुबतला किया जा रहा है। वक़्फ़ बोर्ड की तरफ से इस सिलसिले में इबतेदाई जांच की गई जिसमें पता चला कि कॉन्ट्रैक्टर की तरफ से वक़्फ़ बोर्ड को सालाना 2 करोड़ 40लाख रुपये अदा किए जा रहे हैं जबकि वो ज़ाइरीन से तक़रीबन 5 करोड़ रुपये तक वसूल कर रहा है।

सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील और चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड मुहम्मद असदउल्लाह ने बड़ा पहाड़ का दौरा करते हुए सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया और ज़ाइरीन से बातचीत की। फ़ातिहा-ख़्वानी, ज़बीहा के अलावा रिहायश के लिए ज़ाइरीन से मन-मानी रक़ूमात की शिकायात मिलीं। इस के अलावा वहां मौजूद होटलों और दुसरे स्टालस से मन-मानी किराया लिया जा रहा है जिसके सबब होटल मालकीन पानी और ग़िज़ाई अश्याय को भारी क़ीमत पर फ़रोख़त कर रहे हैं।

मिनरल वाटर की एक बोतल 40 ता 50 रुपये में फ़रोख़त की जा रही थी। इस के अलावा ज़ाइरीन के लिए मौजूद पानी फ़ी बकेट 15 रुपये के हिसाब से फ़रोख़त किया जा रहा था। इन तमाम शिकायात का जायज़ा लेने के बाद वक़्फ़ बोर्ड ने कॉन्ट्रैक्ट को मंसूख़ कर दिया और मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात के ओहदेदारों पर मुश्तमिल कमेटी तशकील दी है जो मज़कूरा तमाम उमोर की निगरानी करेगी।

ये कमेटी ज़ाइद रक़ूमात के हुसूल को रोकने के अलावा दुसरे घोटालों की जांच करेगी। इस कमेटी में रेवेंयू, पुलिस और दुसरे मह्कमाजात के ओहदेदार शामिल किए गए हैं।

तीन माह के लिए नगरानकार कमेटी तशकील दी गई और इस के तजुर्बात की बुनियाद पर आइन्दा कॉन्ट्रैक्ट का फ़ैसला किया जाएगा। वाज़िह रहे कि इस दरगाह को मुख़्तलिफ़ रियासतों से हज़ारों ज़ाइरीन पहुंचते हैं और तवील फ़ासले पर होने के सबब वहां कोई निगरानी नहीं थी।