आगरा: दरयाए यमुना में आलूदगी के संगीन मसले को उजागर करने के लिए समाजी कारकुनों ने अनोखा एहतेजाज किया और ख़ुशक दरिया में एक कश्ती खींचते हुए चलाई।
एहतेजाजियों ने इल्ज़ाम आइद किया कि बुलंद बाँग दावे के बावजूद मुक़द्दस दरयाए में से एक यमुना के लिए कुछ भी नहीं किया गया जो कि इंतेहाई आलूदा और बेशतर हिस्सा ख़ुशक होगया है। डाँक्टर देवाशीष भट्टाचार्य ने बताया कि मर्कज़ी वज़ीर नितीन गुड गिरी ने दरयाए यमुना को आलूदगी से पाक बनाने का वादा किया था। लेकिन इस सिम्त में आज तक एक भी क़दम नहीं उठाया गया।