झुलसा देनेवाली धूप और उमस के दरमियान जुमा को दर्जे हरारत एक बार फिर 43 डिग्री के पार चला गया। साथ ही कम अज़ कम दर्ज़ हरारत भी आम से ज़्यादा रहा। गर्म हवाओं के थपेड़ों से हलक सूखती रही। एक बार फिर दिनों-दिन बढ़ते दर्ज़ हरारत को देखते हुए सनीचर को शहर में तेज गरम हवा (लू) चलने की इमकानात बढ़ गयी है।
जुमा को नमी थोड़ी कम रही, बावजूद झुलसा देने वाली गरमी के साथ उमस ने भी परेशान किया। ज़्यादा से ज़्यादा दर्ज़ हरारत आम से 05.0 और कम अज़ कम दर्ज़ हरारत 03.0 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा रहा। ज़्यादा से ज़्यादा दर्ज़ हरारत 43.1 और कम अज़ कम 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं नमी ज़्यादा से ज़्यादा 77 और कम अज़ कम 35 फीसद रही। मौसम महकमा के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान दर्ज़ हरारत में और इजाफा होने की इमकान से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि पेशनगोई के मुताबिक कहीं-कहीं जजुई तौर से बादल और इस दरमियान हल्की बारिश भी हो सकती है। बावजूद गरमी से राहत की उम्मीद बराये नाम ही है।
केरल पहुंचा मॉनसून
झारखंड में मॉनसून जून के तीसरे हफ्ते में आ सकता है। छह जून को केरल में मॉनसून आ गया है। केरल में आने के 10 से 12 दिनों बाद झारखंड में मॉनसून आता है।