दलितों को लुभाने के लिए सभी सरकारी दफ्तरों में अम्बेडकर की तस्वीरें लगाने का निर्देश जारी

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने मायावती के बढ़ रहे वोट बैंक को लुभाने के लिए एक बार फिर से ट्रम्प कार्ड चला है। भाजपा अपने को दलित मोह वाली पार्टी साबित करने के प्रयास में है।

इसीलिए यूपी के सीएम ने आदेश दिए हैं कि सभी सरकारी, अद्र्धसरकारी और कारपोरेशनों के दफ्तरों में अम्बेडकर की तस्वीरें लगाई जाएं। इस सम्बन्ध में आदेश मुख्यमंत्री की ओर से जारी किए गए हैं।

भाजपा ने यह फैसला यूं ही नहीं लिया है। दरअसल पिछले दिनों नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 16 में से 14 नगर निगमों में कब्जा जरूर कर लिया था, लेकिन दो नगर निगम बसपा के खाते में गए। दो अन्य आगरा और झांसी बसपा जीतते जीतते रह गई।

इसके अलावा नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में भी बसपा ने अपनी आमद दर्ज कराई। अब ऐसे में बसपा भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बनती दिखाई दे रही है।

इसलिए भाजपा के रणनीतिकारों ने दलित वोटों में सेंध लगाने की तरकीबों पर जोर देना शुरू कर दिया। सूत्रों की मानें तो यह तरीका उसी का एक हिस्सा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के क्रम में शासन द्वारा विधान सभा, विधान परिषद, प्रदेश सरकार के सचिवालय सहित सभी कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, निगमों/परिषदों के कार्यालयों व शैक्षणिक संस्थाओं में डॉण् भीमराव रामजी आम्बेडकर जी का चित्र लगाने के सम्बन्ध में तत्काल आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।

यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि निर्देश में यह भी उल्लेख किया गया है कि डॉण् भीमराव रामजी आम्बेडकर जी के चित्र के नीचे उनकी जन्म तिथि एवं निर्वाण तिथि अनिवार्य रूप से अंकित की जाए।