‘दलितों पर अत्याचार’ के मामलों में यूपी को पीछे छोड़ पहले नंबर पर आया बीजेपी शासित राजस्थान

राजस्थान: ‘दलितों पर अत्याचार’ के मामले में राजस्थान ने गुजरात और यूपी को पीछे छोड़ दिया है। साल  2017 के बाद देश में धर्मं के नाम पर राजनीति चल रही हैं।  दलितों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है और सरकार तमाशा देख रही है। इस संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने एक बयान दिया है।

जिसमें उन्होंने राजस्थान में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार के मामलों के बारे में बात की है। एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुकाबले अब राजस्थान में दलितों पर किए गए अत्याचार के मामलों के आंकड़े ज्यादा हैं। जहाँ उत्तर प्रदेश  में साल 2013-15 में 23556 मामले दर्ज हुए वहीं राजस्थान में 23861 मामले दर्ज किए गए हैं।

जिसके चलते राजस्थान अब दलितों पर अत्याचार को लेकर पहले नंबर पर आ गया है। आपको बता दें की इसे लेकर हालात दिनों-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। जिसके चलते राजस्थान सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई है। गौरतलब है कि इससे पहले गुजरात में हुए ऊना दलित पिटाई कांड में हालात को काबू न कर पाने के कारण मुख्यमंत्री इस्तीफा भी दे चुकी हैं।

देखा जाए तो वैसे देश के प्रधानमंत्री मोदी बाबा साहेब अम्बेडकर का नाम जपते हुए दिखाई देते हैं लेकिन इसके बावजूद बीजेपी शासित राज्यों में दलितों के अत्याचारों में मामले बढ़ रहे हैं।