दलितों पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं से मेरा सिर शर्म से झुक जाता है: मोदी

लुधियाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पंजाब के लुधियाना में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति हब के उद्घाटन करने पहुचे थे. इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा की आजादी के 70 साल बाद भी देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं से उनका सिर शर्म से झुक जाता है।
उन्होंने सामाजिक विसंगतियों को दूर करने के लिए अधिक केंद्रित प्रयासों की जरूरत बताई। गुरू गोविंद सिंह का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि हमारी सामाजिक विसंगतियों के कारण आज भी हमारे दलित भाइयों को निशाना बनाने की कुछ घटनाएं सुनने में आती हैं जिनसे मेरा सिर शर्म से झुक जाता है।

आजादी के 70 साल बाद हम और इंतजार नहीं कर सकते।’’

हमें अपनी दिशा को और अधिक केंद्रित करना होगा। देश में किसी दलित या आदिवासी युवा की आकांक्षाएं दूसरे नौजवानों से ज्यादा हैं। अगर उन्हें अवसर मिलता है तो वे भारत की तकदीर बदलने में पीछे नहीं रहेंगे।’’

उन्होंने कहा कि अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए हब से दलितों और आदिवासियों को उद्यमी बनने में मदद मिलेगी ताकि वे दूसरों को रोजगार दे सकें

मोदी ने कहा, ‘‘मैंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि मंत्रालय द्वारा की गयी खरीद में चार प्रतिशत दलितों के उत्पादन वाली वस्तुएं होनी चाहिए ताकि उनका प्रोत्साहन हो।’’ प्रधानमंत्री ने समाज के पिछड़े वर्गों को आर्थिक गतिविधियों के केंद्र में लाने के प्रयासों पर जोर दिया।