दलित तलबा-ए-तंज़ीम के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर तबादला

चेन्नई: इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ टेक्नालोजी मद्रास वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ तन्क़ीद की शिकायत पर एक दलित तलबा-ए-तंज़ीम की मुस्लिम हैसियत ख़त्म करके तनाज़े में घिर गया है। जबकि इंस्टीटियूट की कार्रवाई पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने एहतेजाज किया है।

आसाम में मर्कज़ी वज़ीरे फ़रोग़ इंसानी वसाइल स्मृ‍ति ईरानी ने आई आई टी की कार्रवाई को हक़बजानिब क़रार दिया है और कहा है कि इंस्टीटियूट के जारी करदा रहनुमायाना ख़ुतूत की तलबा-ए-तंज़ीम ने ख़िलाफ़वरज़ी की है जिस के बाइस तंज़ीम की मुस्लिमा हैसियत को ख़त्म कर दिया गया।

दिल्ली में कांग्रेस नायब सदर राहुल गांधी ने कहा कि इज़हार-ए-ख़्याल की आज़ादी हमारा हक़ है जिसे पामाल करने की किसी भी कोशिश के ख़िलाफ़ मज़ाहमत की जाएगी। उन्होंने मोदी हुकूमत के ख़िलाफ़ तन्क़ीद पर आई आई टी तलबा-ए-तंज़ीम पर पाबंदी आइद करदी थी और ये ख़तरा है कि आइन्दा भी इस तरह का सिलसिला जारी रहेगा।

एनएसयू आई कारकुनों ने आज इस मसले पर दिल्ली में स्मृ‍ति ईरानी की सरकारी क़ियामगाह के बाहर एहतेजाजी मुज़ाहरा किया और इल्ज़ाम आइद किया कि तलबा-ए-तंज़ीम के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए वज़ीरे फ़रोग़ इंसानी वसाइल मुहर्रिक हैं। ताहम आई आई टी मद्रास के एक सीनियर ओहदेदार ने बताया कि अंबेडकर पेरियार स्टडी सर्किल ने रहनुमायाना ख़ुतूत की ख़िलाफ़वरज़ी की है जिस के मुताबिक़ तलबा-ए-तंज़ीम को अपनी सरगर्मीयों के लिए किसी ओहदेदार का नाम इस्तेमाल नहीं करसकती।

बताया जाता है कि मज़कूरा तंज़ीम के कारकुनों ने मर्कज़ की पालिसीयों के ख़िलाफ़ एहतेजाज के मौक़े पर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ इश्तिआल अंगेज़ तक़रीर की थी। आम आदमी पार्टी लीडर आशुतोष ने सवाल किया कि दलित तबक़े के तलबा-ए-को क्या ये हक़ नहीं है कि वज़ीर-ए-आज़म के बारे में अपना नुक़्ता-ए-नज़र पेश करें?।