भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने गुरुवार को कहा कि दलित 2019 में अपने समुदाय के सदस्यों को संसद भेजकर संसद पर अपना वर्चस्व कायम करेंगे और प्रधानमंत्री भी उन्हीं के समुदाय से होगा।
उन्होंने शामली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुजफ्फरनगर जिले में दलित न सिर्फ हनुमान मंदिर को अपने हाथ में लेंगे। बल्कि निर्वाचित सदस्यों को भेजकर 2019 में संसद पर भी वर्चस्व कायम करेंगे और अगला प्रधानमंत्री भी इसी समुदाय का होगा।
जिले में बुधवार को दलित समूहों के हनुमान मंदिर में घुस जाने और पूजा-पाठ शुरू करने के बाद से पुजारियों ने संरक्षण की मांग की थी। जिसके बाद मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।
आपको बता दें कि, भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान के दलित होने का कथित दावा किए जाने के कुछ दिनों बाद कहा था कि दलित समुदाय के लोगों को देश भर के हनुमान मंदिरों की कमान अपने हाथ में लेकर, वहां पुजारियों के तौर पर दलितों की नियुक्ति करनी चाहिए।
यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने राजस्थान के अलवर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा था, ‘‘हनुमान वनवासी, वंचित और दलित थे। बजरंग बली ने उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक सभी भारतीय समुदायों को एकजुट करने का काम किया।
इस मुद्दे पर देश की राजनीतिक गलियारे में भी काफी बवाल मचा था. वहीं राजस्थान के एक दक्षिणपंथी संगठन ने आदित्यनाथ को कानूनी नोटिस भेजकर अपने बयान पर माफी मांगने के लिए कहा था।
साभार- ‘ज़ी न्यूज़’