दलित स्टूडेंट के साथ इमतियाज़ी सुलूक का सिलसिला जारी

हैदराबाद 18 अप्रैल: दलित के साथ इमतियाज़ी सुलूक और अज़ीयत के वाक़ियात में दिन-ब-दिन इज़ाफ़ा हो रहा है मुल्क के बड़े तालीमी इदारों में दलितों के तालीमी मुस्तक़बिल को नुक़्सान पहूँचाने की साज़िश के हिस्से के तौर पर की जाने वाली कार्यवाईयों में हीदराबाद यूनीवर्सिटी के बाद एफ़लो में ताज़ा-तरीन वाक़िया पेश आया।

एफ़लो में ज़ेरे ताअलीम एक दलित को एक प्रोफेसर ने ना सिर्फ हरासाँ किया बल्कि सिक्योरिटी मुलाज़मीन के ज़रीये स्टूडेंट को इदारे से बाहर कर दिया। बड़े तालीमी इदारों में दलित स्टूडेंटस के साथ इमतियाज़ी सुलूक के बढ़ते वाक़ियात पर एहतेजाज में शिद्दत पैदा हो रही है।

यूनीवर्सिटी इंतेज़ामीया की तरफ से मुसलसिल हरासाँ किए जाने पर पी एचडी स्कॉलर और अम्बेडकर स्टूडेंटस एसोसीएशन के रुकन रोहीत ने यूनीवर्सिटी के अहाते मैं ख़ुदकुशी करली थी और अपनी मौत से मुताल्लिक़ एक ख़ुदकुश नोट भी लिखा था जिससे इमतियाज़ी सुलूक ज़ाहिर होता है। यूनीवर्सिटी आफ़ हैदराबाद में दलित स्टूडेंटस को हरासानी के वाक़िये की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि एफ़लो (उस्मानिया यूनीवर्सिटी) में ताज़ा तारीन वाक़िया रोनुमा हुआ जिसमें दलित स्टूडेंट डग्गल को ग़ैर मुक़ामी होने का दावे करते हुए वहां के एक प्रोफेसर कोना प्रकाश ने मुबय्यना तौर पर उसे यूनीवर्सिटी से जबरन बाहर निकाल दिया और ताक़त का इस्तेमाल करते हुए स्टूडेंट को यूनीवर्सिटी के बाहर निकाल दिया गया।

उस्मानिया यूनीवर्सिटी पुलिस ने दलित स्टूडेंट की शिकायत पर एससी / एसटी एक्ट के तहत प्रोफेसर कोना प्रकाश के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज किया है जिसकी तहक़ीक़ात जारी है।