दलित हिंसा के खिलाफ़ महाराष्ट्र बंद के दौरान 16 साल के छात्र की मौत, पुलिस पर लगा इल्ज़ाम

मुंबई। महाराष्ट्र में बंद के दौरान बुधवार को नांदेड़ जिले में सड़क की नाकाबंदी करते समय हुई हिंसा में एक छात्र (16) की मौत हो गई। यह जानकारी पुलिस ने दी। महाराष्ट्र बंद का आह्वान दलित संगठनों की ओर से किया गया था।

छात्र योगेश प्रहलाद जाधव के परिजनों का आरोप है कि अश्ती गांव के पास सड़क से अवरोध हटाने के दौरान पुलिस की ओर से किए लाठीचार्ज में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिससे उसकी मौत हो गई।

नांदेड़ के एसपी चंद्रकिशोर मीणा के मुताबिक मौत के कारणों का पता नहीं चला है। मीणा ने कहा, आंदोलन के दौरान भारी अराजकता की स्थिति बन गई थी। इसलिए पोस्टमार्टम के बिना मौत की वजह तय करना संभव नहीं है।

दूसरी ओर परिवार के सदस्यों ने कहा है कि जाधव स्कूल में पढ़ता था। पुलिस कार्रवाई के दौरान उसके सिर में चोट लगी थी और उसे हदगांव अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

महाराष्ट्र के पुणे में भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं सालगिरह के दौरान हुई हिंसा की आग मुंबई समेत राज्य के 18 जिलों में फैल गई। बुधवार दोपहर बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने हिंसा रोकने में सरकार की विफलता के खिलाफ एक दिन का बंद वापस ले लिया।

अंबेडकर के आह्वान को 250 से अधिक दलित संगठनों ने समर्थन किया था। इससे महाराष्ट्र बंद का व्यापक असर दिखा।