तानडोर 20 जून:रंगारेड्डी के तानडोर में आज एक हैरतअंगेज़ वाक़िया पेश आया जब एक हामिला ख़ातून ने ज़चगी के लिए तानडोर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को ऑटो रवानगी के दौरान ऑटोरिक्शा में एक लड़की को जन्म दिया लेकिन तिब्बी अमला की संगीन ग़फ़लत-ओ-लापरवाही के सबब नोमोलूद की मवसर तिब्बी देख भाल नहीं की गई जो शाम में फ़ौत होगई।
ये अफ़सोसनाक वाक़िया तानडोर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पेश आया। यालाला मंडल की कमाल पर गाव से ताल्लुक़ रखने वाले नरसमहलो की बीवी ललीता शिद्दत दर्द की हालत में हॉस्पिटल पहुंची लेकिन मुक़ामी ज़िम्मेदारों ने ऑटो को दवाख़ाने में दाख़िल होने से रोक दिया और वो 10 मिनट तक इंतेज़ार करती रही।
इस दौरान तिब्बी अमला वहां नहीं पहुंचा और ना ही उसको अंदर लाया गया। इस दौरान ललीता के जिस्म से काफ़ी ख़ून बह जाने के सबब वो बेहोश होगई।
हॉस्पिटल के बाहर नरसमहलो और ललीता के रिश्तेदारों और राहगीरों ने ऑटोरिक्शा पर पर्दे बांधते हुए ज़चगी में मदद की। इस मंज़र को देख कर कई अफ़राद हैरान रह गए और मुक़ामी सयासी लीडरों ने डाक्टरों की तवज्जा मबज़ूल करवाई, जिस के फ़ौरी बाद डॉक्टर्स दौड़ते हुए ऑटोरिक्शा के क़रीब पहुंचे और ज़च्चा-ओबच्चे को दवाख़ाने के अंदर ले गए लेकिन नोमोलूद 6 बजे शाम फ़ौत होगइ।
डाक्टरों का कहना हीके नोमोलूद महिज़ इस लिए फ़ौत हुआ कि ललीता सिर्फ़ 6 माह की हामिला थी क़बल अज़ वक़्त ज़चगी के सबब नोमोलूद फ़ौत हुआ है लेकिन ललीता और इसके रिश्तेदारों ने डाक्टरों पर लापरवाही का इल्ज़ाम आइद किया है। ख़ुद ललीता की हालत भी तशवीशनाक बताई गई है।