दस्तूर की मुताबिक़त ही में रियासत की तक़सीम

मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने आज ये वाज़िह किया कि आंध्र प्रदेश की तक़सीम दस्तूरे हिंद की मुताबिक़त में ही की जा रही है।

वज़ारत-ए-दाख़िला की कारकर्दगी का जायज़ा लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने वाज़िह किया कि तेलंगाना की तशकील का 2004 और 2009 में कांग्रेस चुनाव मंशूर में वाअदा किया गया था।

अब तेलंगाना बिल का मुसव्वदा सदर जमहूरीया के पास है। उसे मर्कज़ी काबीना की मंज़ूरी मिल चुकी है। ये मुसव्वदा बिल आंध्र प्रदेश असेंबली की राए हासिल करने के बाद एक बार फिर काबीना के पास आएगा।

शिंदे ने कहा कि वो नहीं जानते कि सदर जमहूरीया आंध्र प्रदेश असेंबली को इस बिल पर मुबाहिस के लिए कितना वक़्त देते हैं। हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैंके इस बिल को पार्लियामेंट के सरमाई मीटिंग ही में पेश किया जा सके।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्पीकर लोक सभा ने कांग्रेस एम पीज़ की तहरीक अदमे एतेमाद पर अपना मौक़िफ़ वाज़िह करदिया है।

उन्होंने कहा कि स्पीकर और हुकूमत की तरफ से इस तहरीक पर वादे के मुताबिक़ कार्रवाई की जाएगी। आंध्र प्रदेश की तक़सीम से मुताल्लिक़ सवाल के जवाब में वज़ीरे दाख़िला ने कहा कि एसा हिंदुस्तान में पहली मर्तबा नहीं है जब किसी रियासत को आर्टीकल 3 के तहत तक़सीम किया जा रहा है। आंध्र प्रदेश की तक़सीम के अमल को दस्तूर की मुताबिक़त ही में मुकम्मिल किया जाएगा। उन्होंने मतला किया कि इंसिदाद फ़िर्कावाराना तशद्दुद बिल को पार्लियामेंट सरमाई मीटिंग ही में पेश किया जाएगा।

दिल्ली में मुअल्लक़ असेंबली की वजह से पैदा हुई सूरते हाल से मुताल्लिक़ पर कहा कि दिल्ली के लिएउटेनैंट गवर्नर सूरतेहाल का जायज़ा ले रहे हैं।