एक लाख रुपए और बाइक के लिए शौहर और ससुराल वालों ने दो माह पहले शादीशुदा रोजी कुमारी को जला कर मार डाला। यही नहीं जलाकर मार डालने के बाद इलाज कराने के बहाने ससुराल वाले पीएमसीएच आए और लाश को इमरजेंसी के पास छोड़कर फरार हो गए। वाकिया सुल्तानगंज और कदमकुआं थाना सरहद पर वाकेय मुसल्लहपुर में हुई। समस्तीपुर के विद्यापतिनगर के रहने वाले ब्रह्मदेव की 22 साला बेटी रोजी की शादी इसी साल 11 मई को मुसल्लहुपुर के रहने वाली द्वारिका प्रसाद के बेटे संजय कुमार मेहता से हुई थी।
मरने वाले के भाई संजय का कहना है कि हैसियत के मुताबिक दो लाख रुपए और सामान वगैरह दिए गए थे। संजय ने पीएमसीएच वाकेय टीओपी में जुमा की देर शाम बयान दर्ज कराकर रोजी के शौहर संजय, ससुर समेत चार लोगों के खिलाफ जलाकर मार डालने की सनाह दर्ज कराई है। सुल्तानगंज थानेदार ने कहा कि उनके पास अभी बयान नहीं आया है।
बुध की रात रोजी ने की थी बात
पीएमसीएच पहुंचे रोजी के भाई संजय ने बताया कि बुध की रात उसने फोन कर कहा था कि मेरी तबीयत बहुत खराब है। मैं अब जिंदा नहीं रह सकती हूं। इसके बाद संजय ने घर वालों को इसकी इत्तिला दी। बुध की रात रोजी के शौहर ने ससुर को फोन कर बताया कि उसकी तबीयत खराब है। उसे पीएमसीएच ले जा रहे हैं। भाई संजय का कहना है कि जुमेरात को पटना पहुंचे और पीएमसीएच में रोजी की तलाश की तो वह नहीं मिली। ससुराल भी गए पर कुछ पता नहीं चला। जुमा को फिर पीएमसीएच पहुंचे तो मालूम हुआ कि एक नामालूम खातून की लाश पोस्टमार्टम हाऊस में है। वहां जाकर देखा तो वह रोजी की लाश थी।
शादी के बाद से ही कर रहे थे इस्तहसाल
भाई संजय ने बताया कि शादी के बाद से ही उसका शौहर और ससुराल वाले एक लाख रुपए और बाइक के लिए मुतासीर कर रहे थे। कई बार उसके साथ मारपीट भी की गई। बावजूद वह सब कुछ इस उम्मीद से सहती रही कि हालात सुधर जाएंगे। उसने कई बार मायके वालों को भी इसकी जानकारी दी।