पुलिस ने बाइतुल खुला में कैद एक खातून को आज़ाद कराया है। उसे तकरीबन तीन सालों से बाइतुल खुला में यरगमाल बनाकर रखा गया था।
दरभंगा जिले के रामबाग मोहल्ला में एक शौहर ने बाइतुल खुला में अपनी बीवी को यरगमाल बनाकर रखा था। खातून का नाम गुंजा बताया जा रहा है। इस मामले की पूरी जांच का जिम्मा खातून थाना को सौंप दिया गया है। मधुबनी जिले के अंधरा थारी थाना के तहत पटसन गांव की रहने वाली गुंजा की शादी चार साल पहले प्रभाष कुमार सिंह के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों के बाद से ही उसे दहेज के लिए तंग किया जाने लगा।
खातून थाना इंचार्ज सीमा ने बताया गुंजा के शौहर और खानदान के लोग दहेज नहीं मिलने की वजह उसे इस्तहसाल करते थे और उसे तीन साल की बच्ची से भी नहीं मिलने दिया जाता था। शादी होने के बाद भी गुंजा के माथे पर सिंदूर नहीं था। गुंजा ने रिहाई के बाद सबसे पहले अपनी बच्ची से मिलने की बात कही लेकिन बेटी ने वालिदा को नहीं पहचाना और रोने लगी। पुलिस ने इस मामले में गुंजा के शौहर प्रभाष कुमार सिंह, ससुर धीरेन्द्र सिंह और सास इन्द्र देवी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद नोटिस देकर छोड़ दिया है।