हैदराबाद 12 जुलाई: क़ौमी तहक़ीक़ाती एजेंसी (एन आई ए) की तरफ से दाअश से रवाबित के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार पुराने शहर के पाँच नौजवानों की 12 दिन की पुलिस तहवील के ख़त्म होने पर उन्हें नामपल्ली क्रिमिनल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
01 जुलाई को चौथे एडिशनल मेट्रोपोलिटन सेशन जज ने मुहम्मद इबराहीम यज़्दानी, हबीब मुहम्मद, मुहम्मद इलयास यज़्दानी, अबदुल्लाह बिन अहमद अलामोदी उर्फ़ फ़हद और मुज़फ़्फ़र हुसैन रिज़वान को 12 जुलाई तक एन आई ए तहवील में दे दिया था। पुलिस तहवील के दौरान क़ौमी तहक़ीक़ाती एजेंसी के ओहदेदारों ने गिरफ़्तार शूदा नौजवानों को रियासत के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर ले जाकर वहां से बतौर शवाहिद बाज़ दस्तावेज़ात ज़बत करने का दावा किया था।इतना ही नहीं गिरफ़्तार नौजवानों के मकान से असलाह और कम्पयूटर वग़ैरा भी बरामद किए जाने का भी इद्दिआ किया था।
तहक़ीक़ाती एजेंसी के ज़राए ने दावा किया है कि पुलिस तहवील के दौरान पांचों नौजवानों ने मुबय्यना तौर पर इन्किशाफ़ किया कि फ़हद ने चारमीनार बस-स्टॉप के क़रीब एक दुकान से 9 एरसेल के सिम कार्ड्स हासिल किए जबकि इसी इलाके से 5 चीन में तैयार करदा मोबाइल फोन्स भी ख़रीदे थे। इलयास यज़्दानी ने मुबय्यना तौर पर बी-बी बाज़ार चौराहे से तराज़ू ख़रीदा ताकि बम तैयार करने के लिए धमाको माद्दे का वज़न की पैमाइश की जा सके। दावा किया जाता है कि इबराहीम यज़्दानी एक वेब साईट के ज़रीये दाअश के आला कारों से मुसलसिल रब्त में था जिसके नतीजे में उसे धमाको माद्दा और अश्याय फ़राहम किए गए थे। एनआईए तहवील ख़त्म होने पर कल उन्हें दुबारा नामपल्ली क्रिमिनल कोर्ट में पेश किया जाएगा। इन नौजवानों के अफ़रादे ख़ानदान ने एनआईए के इल्ज़ामात को ग़लत क़रार दिया है।