अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा जॉन कैरी ने दाइश की सरकोबी के लिए शामी और अरब मुल्कों की फ़ौज पर मुश्तमिल जमीनी दस्ते शाम भिजवाने का मुतालिबा किया है। यूरोपीय अंजुमन बराए तआवुन और सिक्यूरिटी के वज़ारती इजलास के मौक़ा पर जॉन कैरी का कहना था कि “दाइश का मुक़ाबला करने के लिए ज़मीनी फ़ौज की तैयारी के बग़ैर इस तनाज़ा को सिर्फ फ़िज़ाई हमलों के ज़रीये मुकम्मल तौर पर ख़त्म नहीं किया जा सकता है।
मेरी तजवीज़ है कि इस मक़सद के लिए अरब मुल्कों और शामी फ़ौज पर मुश्तमिल ज़मीनी दस्ते तैयार किए जाएं जो दाइश के ख़िलाफ़ ज़मीनी ऑप्रेशन में शिरकत करें।
जॉन कैरी ने इस बात की वज़ाहत नहीं की कि शामी फ़ौज से उनकी मुराद बशारुल असद की सरकारी फ़ौज है या फिर अपोज़ीशन पर मुश्तमिल अपोज़ीशन फ़ोर्सेस, क्योंकि अमरीका तो बशारुल असद की इक़्तेदार से बेदखली चाहता है ताकि बोहरान का उबूरी हल निकाला जा सके और बशारुल असद की हामी फ़ौज इस मुआमले में यक़ीनन अपने सरब्राह का साथ देगी।