दाइश के ख़िलाफ़ जंग में शमूलीयत के लिए तुर्की – ईरान मुज़ाकरात

अमरीका ने तुर्की से ख़ाहिश की है कि पेशरफ़्त करने वाले दौलते इस्लामीया के जंगजूओं के ख़िलाफ़ जंग में शामिल हो जाए। इन जंगजूओं ने अमरीका ज़ेरे क़ियादत फ़िज़ाई हमलों के बावजूद शाम के अहम सरहदी क़स्बा कोबानी के काबिले लिहाज़ हिस्सा पर क़ब्ज़ा कर लिया है। जंग में बीसियों अफ़राद हलाक हो चुके हैं।

कोबानी का दिफ़ा करने वाले परेशान हाल कुर्द चाहते हैं कि कोबानी को बचाने के लिए ज़मीनी फ़ौजी कार्रवाई ज़रूरी है लेकिन नैटो के सरब्राह जेन्स स्टोलटन बर्ग से मुज़ाकरात के बाद वज़ीरे ख़ारजा तुर्की मेवलक काऊस ओगलो ने कहा कि ये हक़ीक़त से बईद होगा कि तुर्की को ज़मीनी कार्रवाई अपने बलबूते पर करने के लिए कहा जाए।

उन के इनकार से अमरीका मायूस हो गया है और अनक़रा में दीगर मुक़ामात पर तुर्की की अच्छी तरह तर्बीयत याफ़्ता और हथियारों से लैस फ़ौज को अस्करीयत पसंदों के ख़िलाफ़ लड़ने के लिए रवाना करने से तुर्की के इनकार पर ब्रहमी भी महसूस की जा रही है।

अमरीका के दो आला सतही क़ासिद रिटायर्ड जेनरल जॉन ऐलन और अमरीका के माहिर उमूर इराक़ ब्रेट मेक गर्ग ने कल अनक़रा में तुर्की के क़ाइदीन से मुलाक़ात करके उन से ख़ाहिश की कि दौलते इस्लामीया के ख़िलाफ़ जंग करने और उसे शिकस्त देने में अमरीका का साथ दिया जाए।

अमरीका की फ़ौज की मर्कज़ी कमान ने इत्तिला दी है कि कोबानी के क़रीब कल 14 फ़िज़ाई हमले किए गए।