शाम के बोहरान और अस्करीयत पसंद गिरोह इस्लामिक स्टेट या दाइश के ख़िलाफ़ जंग में अब एक आला ईरानी रहनुमा ने चीन से ये मुतालिबा कर दिया है कि बीजिंग को इस जंग में ज़्यादा मोअस्सर और सरगर्म किरदार अदा करना चाहिए।
दुबई से जुमेरात चौबीस दिसंबर की शाम मौसूला न्यूज़ एजैंसी रोइटर्स की रिपोर्टों में ईरानी ख़बररसां इदारे फ़ारस के हवाले से लिखा गया है कि बीजिंग से दाइश के ख़िलाफ़ जंग में ज़्यादा सरगर्म किरदार अदा करने का ये मुतालिबा इस ईरानी इदारे की रुक्न एक सरकर्दा शख़्सियत ने किया, जो मुल्की सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामिनाई की मुशावरत का काम करता है।
रोइटर्स के मुताबिक़ चीन अपनी तवानाई की ज़रूरीयात को पूरा करने के लिए ज़्यादातर मशरिक़े वुस्ता की रियास्तों से ख़रीदे गए तेल पर इन्हिसार करता है लेकिन इस खित्ते में सिफ़ारतकारी का ज़्यादातर काम बीजिंग ने दानिस्ता तौर पर अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल के दीगर मुस्तक़िल रुक्न मुल्कों अमरीका, बर्तानिया, फ़्रांस और रूस पर छोड़ रखा है।