इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ़ क़ायम बैनुल अक़वामी इत्तिहाद के रुक्न ममालिक रोम में जमा हैं। इस इजलास में आई एस के ख़िलाफ़ जारी कार्यवाईयों का जायज़ा लिया जा रहा है जबकि इस तंज़ीम के बढ़ते हुए असर और रसूख़ को भी कम करने पर तबादले ख़्याल होगा।
इतालवी दारुल हुकूमत रोम में होने वाले एक रोज़ा इजलास से ख़िताब करते हुए अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा जॉन कैरी ने कहा कि तेल के गै़र क़ानूनी कारोबार से चलने वाली झूटी ख़िलाफ़त कोई भी नहीं चाहता।
कैरी के बाक़ौल अमरीका और इस के यूरोपीय और अरब साथी ममालिक को अस्करी शोबे में तर्बीयत में इज़ाफ़ा करना चाहिए ताकि लीबिया की फ़ौज को तआवुन फ़राहम किया जा सके।
लीबिया की फ़ौज को मदद सिर्फ इसलिए फ़राहम नहीं की जाने चाहिए कि वो इलाक़ों से आई इससे ख़ाली कराईं बल्कि इस शोरिश ज़दा मुल्क में हुकूमत को तहफ़्फ़ुज़ का वो एहसास दिया जाये ताकि वो अपने पैरों पर खड़ी हो कर फ़आल किरदार अदा कर सके।
रोम इजलास में तेईस से ज़ाइद ममालिक के नुमाइंदे मौजूद हैं। इस दौरान इस्लामिक स्टेट की इराक़ और शाम के कुछ इलाक़ों में क़ायम ख़ुद साख़्ता ख़िलाफ़त के फैलाव और इस से मुतास्सिर होने वाले ममालिक खासतौर पर लीबिया के मौज़ू पर तबादले ख़्याल किया जा रहा है।