सख़्तगीर जंगजू ग्रुप दौलत इस्लामी इराक़ वो शाम (दाइश) 2015 के दौरान अपने ज़ेरे क़ब्ज़ा इलाक़ों में से क़रीबन चौदह फ़ीसद खो बैठा है जबकि इस दौरान शामी कुर्दों ने अपने कंट्रोल वाले इलाक़ों को तीन गुना बढ़ा लिया है।
ये बात अमरीका में क़ायम एक थिंक टैंक आई एच एस जैन ने सोमवार को जारी कर्दा एक बयान में बताई है। दाइश के जंगजू तुर्की की सरहद के नज़दीक वाक़े शाम के शहर तिल अबीज़, इराक़ के शुमाली शहर तिकरीत और बीजी ऑयल रीफ़ाइनरी पर अपना क़ब्ज़ा खो बैठे हैं।
इस के इलावा दाइश का शाम में अपने सदर मुक़ाम (दारुल ख़िलाफ़ा) अलरक़ा और इराक़ के शुमाली शहर मूसल के दरमयान वाक़े मर्कज़ी शाहराह पर कंट्रोल भी बरक़रार नहीं रहा है जिससे उनके लिए अपने ज़ेरे क़ब्ज़ा इलाक़ों तक सामान रसद पहुंचाना मुश्किल हो चुका है।