महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से फोन पर बात करने के मामले की सीबीआइ से जांच कराने को लेकर सोमवार को बांबे हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। अवकाश पीठ ने याची को नियमित बेंच के समक्ष अर्जी दाखिल करने को कहा है। कार्रवाई से पहले खड़से के खिलाफ आरोप साबित होना जरूरी वडोदरा के मनीष भंगाले का दावा है कि उसने अप्रैल में पाकिस्तान टेली कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड को अप्रैल में हैक कर दाऊद का फोन कॉल रिकॉर्ड हासिल किया था।
इसमें खड़से और दाऊद के बीच बातचीत का ब्योरा शामिल होने का दावा किया गया है। याचिका के मुताबिक मनीष ने इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से भी संपर्क साधने की कोशिश की थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। मनीष ने याचिका में कहा, ‘मीडिया में खबर आने के बाद मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मुझसे संपर्क साधा। पुलिस ने सभी जानकारियां ले लीं, लेकिन न तो केस दर्ज किया गया है और न ही कोई कार्रवाई की गई है।’ मनीष भंगाले ने सूचनाओं को तोड़ने-मरोड़ने का भी शक जताया है। उनके वकील ने बताया कि उनके मुवक्किल को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मामले की जांच के लिए उन्होंने हाई कोर्ट से सीबीआइ की विशेष टीम गठित करने की मांग की है। खड़से शुरू से ही सभी आरोपों को खारिज कर रहे हैं। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस बीपी कोलाबावाला की पीठ ने कहा कि यह मामला ऐसा नहीं है, जिसकी अविलंब सुनवाई की जाए।