मुंबई: याकूब मेमन की फांसी के बाद उसके जनाजे में काफी भीड़ जुटी थी। एक अंग्रेजी अखबार ने मुंबई पुलिस के ज़राये के हवाले से दावा किया है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की वजह से इतनी ज्यादा भीड़ जुटी। बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि याकूब मेमन के माहिम में निकले जनाजे में दस से पंद्रह हजार लोगों की भीड़ जुटी थी। इतनी ही भीड़ उसे मरीन लाइंस वाके कब्रगाह में तदफीन के दौरान मौजूद थी।
खबर के मुताबिक, दाऊद ने शहर के अपने वफादारों को फोन करवाया और उन्हें ज्यादा से ज्यादा तादाद में याकूब मेमन के जनाजे में मौजूद रहने के लिए कहा। एक सीनियर पुलिस अफसर ने नाम शाय न किए जाने की शर्त पर कहा हमें इस बात की जानकारी मिली है कि दाऊद और उसके गुर्गे छोटा शकील ने शहर में कई लोगों को फोन करके हुक्म दिया कि वे जनाजे में मौजूद होकर इत्तेहाद दिखाएं।
कम्यूनिटी लीडर्स का कहना है कि याकूब के लिए जुटी भीड़ में बहुत सारे लोगों को यही नहीं पता था कि वह कौन है इसके अलावा बहुत सारे मुसलमान एक दूसरे मुसलमान भाई के जनाजे में मौजूदगी दर्ज कराने के मकसद से वहां मौजूद थे।
ज़राये का यह भी कहना है कि शुरुआत में दाऊद और शकील को उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट याकूब के हक में फैसला देगा। उन्हें डर था कि उनकी तरफ से दी गई किसी रद्दे अमल का याकूब की दरखास्त पर असर पड़ सकता है। इसी वजह से जैसे ही याकूब को फांसी हुई, शकील ने टीवी इंटरव्यू दिया और अंजाम भुगतने का इंतेबाह दिया । पुलिस के मुताबिक शकील की यह धमकी इस फैक्ट को पुख्ता करती है कि 1993 के धमाकों में उसका ही हाथ था।