नई दिल्ली, 5 जून: आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के तार सीधे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी से जुड़े हैं। मंगल के दिन दिल्ली पुलिस ने अदालत में यह सनसनीखेज खुलासा किया।
पुलिस ने कहा कि श्रीसंत और दिगर दो खिलाड़ी पूरी तरह से हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड दाऊद और उसके गुर्गे छोटा शकील के इशारों पर काम कर रहे थे।
पुलिस ने मामले में गिरफ्तार श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण समेत 26 मुल्ज़िमों के खिलाफ मकोका लगा दिया है। इस सख्त कानून के तहत मुल्ज़िमों को उम्र कैद की सजा हो सकती है।
पुलिस ने दावा किया कि उसके पास इंटरसेप्ट की गई टेलीफोन कॉल समेत कई ठोस सुबूत हैं, जिससे साफ साफ ज़ाहिर है कि श्रीसंत और दिगर ( दूसरे) डी कंपनी के राबिते में थे।
पुलिस ने अदालत को बताया कि मुंबई बमकांड मामले में फरार दाऊद इब्राहिम का गिरोह फिक्सिंग को कंट्रोल कर रहा है।
पुलिस ने मुल्ज़िमों की अदालती हिरासत की मुद्दत खत्म होने के बाद उन्हें मंगल के दिन को एडिशनल सेशन जज संजीव जैन के रूबरू पेश किया। जहां से मुल्ज़िमों को 18 जून तक अदालती हिरासत में भेज दिया गया है।
इससे पहले पुलिस ने अदालत को बताया कि यह आर्गेनाइज्ड सिंडिकेट बुकीज के जरिए गैर कानूनी सट्टेबाजी को तो कंट्रोल कर ही रहा था, साथ ही खिलाड़ियों से फिक्सिंग भी करा रहा था।
सट्टे के रेट भी डी कंपनी से ही तय किए जा रहे थे। दाऊद के सिंडिकेट ने खिलाड़ियों, बुकीज और दूसरे लोगों को डरा-धमका कर अपनी बात मनवाने के लिए शेख शकील जैसे खूंखार गुर्गे भी लगा रहे थे।
पुलिस ने बताया कि मुंबई में गिरफ्तार बुकी रमेश व्यास सीधे दाऊद के राबिते में था। इसके इलावा बुकी अश्वनी अग्रवाल उर्फ टिंकू मंडी भी दाऊद के राबिते में था। इन दोनों को दिल्ली लाया जाएगा।
वहीं, जांच से जुड़े पुलिस आफीसरों ने बताया कि इंटरसेप्ट की गई कॉल से साफ पता चलता है कि कई सट्टेबाजों ने दुबई, कराची और पाकिस्तान के दूसरे शहरों में कॉल कीं, जिसमें सट्टेबाजी के रेट तय करने या बदलने पर बात हुई।
दिल्ली पुलिस हैदराबाद के एक शख्स को तलाश कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि यह शख्स एक दूसरे आईपीएल टीम के बारे में अहम जानकारी दे सकता है, जिसके खिलाड़ियों पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का शक है। हैदराबाद में गिरफ्तार बुकी मोहम्मद यहया से पूछताछ में इस शख्स का नाम सामने आया है।