पीएम नरेंद्र मोदी का पांच दिन का अमेरिका दौरा बुध के रोज़ खत्म हो गया। इससे पहले उन्होंने अमेरिकी सदर बराक ओबामा के साथ व्हाइट हाउस में मुज़ाकरात की जिसमें दहशगर्द पर साझा कार्रवाई, सरमायाकारी, तिज़ारत, डब्ल्यूटीओ, हिंदुस्तान में स्मार्ट सिटीज बनाने में अमेरिकी मदद और सेक्युरिटी समझौते पर करीब दो घंटे तक बात हुई।
अमेरिका ने जहां हिंदुस्तान में मोस्ट वांटेड दहशतगर्द और मुंबई बम धमाकों के जिम्मेदार दाऊद इब्राहिम के खिलाफ कार्रवाई में मदद देने की बात कही है। वहीं, भारत ने तंज़ीम आईएसआईएस के खिलाफ किसी फौजी कार्रवाई में शामिल होने से इनकार कर दिया। पीएम मोदी की अमेरिकी सदर ओबामा से ओवल ऑफिस में मुलाकात के बाद दोनों तरफ से मुश्तर्का बयान जारी किया गया।
इसमें कहा गया कि इलाहाबाद, अजमेर और विशाखापत्तनम में तीन स्मार्ट शहरों की तरक्की में अमेरिका, हिंदुस्तान की मदद करेगा। इसके साथ ही अमेरिका हिंदुस्तान के 500 शहरों में शहरी मआशरे और मुकामी निज़ाम के साथ मिलकर साफ पीने के पानी और Sewerage facility फराहम करने के लिए काम करेगा। ओबामा और मोदी के बीच सरबराही मुज़ाकरात के बाद दोनों ने कहा कि साउथ और वेस्ट एशिया में पनप रहे दहशतगर्दो की चुनौतियों से निपटने के लिए खुफिया इत्तेलात के लेन-देन पर रज़ामंदी बनी है।
मोदी ने अमेरिकी Defense Companies को हिंदुस्तान आने की दावत दिया। आलमी तिज़ारती (World Trade Organization) पर भी दोनों में खुलकर बात हुई। शीघ्र ही कोई रास्ता निकलने की उम्मीद जताई गई। क्लाइमेंट चेंज पर भी दोनों मुल्क ताऊन बढ़ाने को राजी हुए हैं। मोदी ने ओबामा को खानदान समेत हिंदुस्तान आने की दावत भी दिया।