गुजरात के जामनगर टाउन की एक अदालत ने दायर करदा एक दरख़ास्त के ज़रीये बी जे पी के सदर नितिन गडकरी के ख़िलाफ़ फ़ौजदारी कार्रवाई करने का मुतालिबा किया गया ।
बी जे पी सदर पर इल्ज़ाम आइद किया गया है कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड डाउन दाऊद इबराहीम से स्वामी विवेकानंद का तक़ाबुल करते हुए इन (स्वामी विवेकानंद ) के लाखों भक्तों के मज़हबी जज़बात को मजरूह किया है । चीफ़ जूडीशल मजिस्ट्रेट जी एल चा ने शिकायत की समा अत के बाद अपने अहकाम को 9 नवंबर तक महफ़ूज़ कर दिया ।
मुक़ामी ऐडवोकेट हर्षद भट्ट ने ये दरख़ास्त दायर की थी जो ज़िला कांग्रेस कमेटी के तर्जुमान भी है । उन्होंने मिस्टर बी जे पी की क़ौमी तर्जुमान निर्मला सीता रामन के ख़िलाफ़ भी मुनासिब फ़ौजदारी कार्रवाई करने की दरख़ास्त की । जिन्होंने मुबय्यना तौर पर मिस्टर गडकरी के तबसरों की हिमायत की थी ।
दरख़ास्त गुज़ार भट्ट ने इतवार को भोपाल में मुनाक़िदा एक तक़रीब में गडकरी की तरफ से किए गए तबसरों का हवाला देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंदा के साथ हिंदूस्तान के इंतिहाई मतलूब तरीन मुजरिम दाऊद इबराहीम का तक़ाबुल करते हुए उन्होंने दुनिया भर में इन (स्वामी विवेकानंद) के लाखों भक्तों के मज़हबी जज़बात को मजरूह किया है ।
भट्ट ने हिंदूस्तानी फ़ौजदारी क़वानीन दफ़आत 295 और 298 के तहत गडकरी के ख़िलाफ़ फ़ौजदारी कार्रवाई करने की दरख़ास्त की । मिस्टर गडकरी ने कहा था कि नफ़सियाती तौर पर अगर हम स्वामी विवेकानंदा और दाऊद इबराहीम की ज़हानत का तक़ाबुल करें तो मालूम होगा कि दोनों ही की ज़हानेत यकसाँ हैं लेकिन स्वामी विवेकानंदा ने इस ज़हानत को क़ौम की तामीर , उखुवत और रूहानियत केलिए इस्तेमाल किया था लेकिन दाऊद ने इसी ज़हानत को पूरी महारत के साथ जराइम की दुनिया में इस्तेमाल किया है।