आजमगढ़ : आजमगढ़ जिले में जमेत उलेमा हिन्द की तरफ से मुनाक्किद ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में पहुंचे वक्ताओं में भारत माता की जय के नारे लगाये जाने को लेकर मतभेद उभर कर सामने आया. जहां दारूल उलूम के फतवे को जमीयत उलेमा हिन्द के जेनरल सेक्रेटरी ने खारिज किया वहीं स्वामी अग्निवेश ने फतवे का हिमायत किया.
आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना इलाके के मदरसा जामिया शरइया फैजुल उलूम शेरवा के ईदगाह में जमीयत उलेमा हिन्द की तरफ से मुनाक्किद एक बड़ी संविधान सुरक्षा सम्मेलन में मुल्क भर से कई सामाजिक कार्कुनान, मज़हबी गुरु, सियासतदां शामिल हुए. कांफ्रेंस में हजारों की तादाद में लोगों ने भी शिरकत की. इस दौरान दारूल उलूम की तरफ से भारत माता की जय पर जारी किये फतवे का जहां स्वामी अग्निवेश ने हिमायत किया वहीं जमीयत उलेमा हिन्द के जेनरल सेक्रेटरी ने खारिज कर दिया. स्वामी अग्निवेश ने कहा कि किसी भी इंसान को भारत माता की जय बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता. जो फतवा जारी हुआ है वह सही है.
जमियत उलेमा के सदर अरशद मदनी ने कहा कि भारत माता की जय कहने में कोई परेशानी नहीं. मुस्लिम भी भारत माता की जय बोल सकते हैं. गौरतलब है कि सहारनपुर के इस्लामिक तालीम अदारा दारुल उलूम ने एक फतवा जारी करते हुए कहा था कि मुसलमानों को भारत माता की जय नहीं बोलना चाहिए. फतवे के मुताबिक भारत उनका वतन है और वे उससे प्यार करते हैं लेकिन वे उसकी इबादत नहीं कर सकते क्योंकि इस्लाम में सिर्फ अल्लाह की इबादत की बात कही गई है.