दारुल उलूम देवबंद में नेताओं के आने पर लगी पाबंदी

सहारनपुर। दुनिया भर के मुसलमानों की आस्था के केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने चुनावी नतीजों तक किसी भी सियासी दल के बड़े नेता या फिर प्रतिनिधि से मुलाकात नहीं करने के संकेत दिए हैं जिस से दारुल उलूम की चौखट पर इस बार चुनावी माहौल में सियासी दलों के नुमाइंदे हाजिरी नहीं लगा सकेंगे।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

इनदु इंडिया की खबरों के मुताबिक़ दारूल उलूम संस्था के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान वे किसी भी सियासी जमात के रहनुमा से मुलाकात नहीं करेंगे। दारुल उलूम संस्था व संस्था से जुड़े लोग राजनीति से पूरी तरह से अलग रहते हैं।

असल में चुनावी माहौल में सभी सियासी दलों की मंशा रहती है कि वे दारूल उलूम में हाजिरी लगाकर कुछ सियासी लाभ हासिल कर लें, इसका मतलब यह भी नहीं है कि दारूल उलूम में किसी व्यक्ति को आने की इजाजत नहीं दी जाएगी, लेकिन चुनाव के दौरान वे खुद और संस्था का कोई अन्य जिम्मेदार पदाधिकारी किसी भी राजनीतिक पार्टी के बड़े नेता या प्रतिनिधि से मुलाकात नहीं करेंगे।इसके पीछे इस्लामिक शिक्षा की इस संस्था को सियासत से पूरी तरह अलग रखना मुख्य वजह मानी जा रही है।