वज़ीर-ए-आला मग़रिबी बंगाल ममता बेनर्जी ने रियासत को नाक़ाबिले तक़सीम क़रार देते हुए अलाहिदगीपसंदों पर रियासत में आमिरीयतपसंदाना मुतवाज़ी हुकूमत चलाने का इल्ज़ाम आइद किया है।
ममता बेनर्जी ने आज लेप्चा तबक़े से ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया और इल्ज़ाम आइद किया कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा रियासत में ज़बरदस्ती बंद का निफ़ाज़ करते हुए मुतलक़ुल अनानियत क़ायम कर रहा है। उन्होंने इंतिबाह दिया कि इस किस्म की कार्यवाहियां नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को एहतिजाज के नाम पर ज़बरदस्ती अपने अपने घरों में बंद रहने का हुक्म देते हुए आमिरीयत पसंदाना मुतवाज़ी हुकूमत चलाने की कोशिश की जा रही है, हालाँकि उनकी ख़्वाहिशों के मुताबिक़ ही जी टी ए तशकील दे दी गई है बावजूद इस के इस किस्म के नामुनासिब इक़दामात रियासत के लिए नुक़्सानदेह है।
ममता बेनर्जी ने मज़ीद कहा कि इस तरह की आमिरीयत पसंदाना तर्ज़-ए-अमल से दार्जिलिंग की तरक़्क़ी पर रोक लग जाती है। उन्होंने लोगों को घरों में बंद रहने का हुक्म जारी किया है। ये तो ऐसा ही है जैसा कि कोई शहंशाह अपनी रियाया से अपने घरों में रहने का हुक्म देता है। ताहम इस तरह के इक़दामात किसी भी सूरत-ए-हाल में क़बूल नहीं किये जाएंगे।
ममता बेनर्जी ने इंतिबाह देते हुए कहा कि आप दिल्ली जाने के लिए आज़ाद हैं। हत्ता कि आप ओबामा के पास भी जा सकते हैं लेकिन दार्जिलिंग हमेशा से मग़रिबी बंगाल का हिस्सा रहा है और हमेशा रहेगा। उस की तफ़सील का किसी भी एतबार से सवाल ही पैदा नहीं होता। वो दरअसल गोरखा जनमुक्ति मोर्चा क़ाइदीन के दौरा ए दिल्ली की तरफ़ इशारा करते हुए बयान दे रही थी, जोकि इन दिनों दिल्ली में कांग्रेस और बी जे पी क़ाइदीन से अपने एक नुकाती एजेंडा अलाहिदा रियासत के मसले पर उनकी ताईद हासिल करने कोशां हैं।
मेघालय में तक़रीबन 1400 स्कूलस और कॉलिजस को उस वक़्त बंद करदेने पड़े जब ज्वाइंट एक्शन कमेटी आफ़ ऑल टीचर्स एसोसिएशन आफ़ मेघालय के बैनर के तले तक़रीबन 10 टीचर्स यूनीयन ने रुख़स्ते इत्तिफ़ाक़ी का उज़्र करते हुए स्कूल जाने से इनकार कर दिया