नई दिल्ली: मर्कज़ी शहरी तरक़्क़ी के वज़ीर ऐम वेंकैया नायडू ने कहा है कि दार-उल-हकूमत में अवाम के एहतेजाज के पेश-ए-नज़र तजावुज़ात को हटाना मुम्किन नहीं है|
नायडू ने आज राज्य सभा में कांग्रेस के परवेज़ हाश्मी के सवाल के जवाब में मुकम्मल सवाल के जवाब देते हुए ये बात कही मिस्टर हाश्मी ने उनसे ये पूछा था कि दार-उल-हकूमत के सरीता विहार के अली गांव में लड़कियों के लिए सरकारी स्कूल खोलने वास्ते दिल्ली डेवलप्मेंट अथार्टी ज़मीन क्यों नहीं दे रही है।
हुकूमत एक तरफ़ तो बेटी बचाओ, बेटी पड़ाव की बात कहती है। दूसरी तरफ़ एक स्कूल के लिए ज़मीन नहीं दे पा रही है| नायडू ने बताया कि अली गांव में दिल्ली डेवलप्मेंट अथार्टी ने तक़रीबन 70 एकड़ ज़मीन हासिल की थी। इस में 31.27 एकड़ ज़मीन ग्राम सभा की है लेकिन ज़मीन पर क़बज़ा हो चुका है और इस ज़िमन में मामला अदालत में ज़ेरे इलतिवा है। हुकूमत दूसरे गांव में13 बीघा ज़मीन देने पर ग़ौर करने के लिए तैयार हैं|
इस पर बीजू जनता दल के भूपिंदर सिंह ने कहा कि क्या हुकूमत के लिए इस ज़मीन पर से तजावुज़ हटाना मुश्किल काम है|