दरभंगा : बरादराने वतन के दरमियान इस्लाम के तारुफ़ के लिए कायम अदारा इस्लामी चाइल्ड लेबर सेंटर के तहत मस्जिदे अब्दुल्लाह गंज में एक तर्बियती कैंप का इंकाद हुआ। इस मौके पर मदउ मेहमान खुसुसि मुफ़्ती मेहताब आलम ने फरमाया के उम्मत मोहम्मदिया की तखलीक बहैसियत दायी हुयी है, लिहाजा दावते इस्लाम का काम इस उम्मत के हर फर्द की ज़िम्मेदारी है, दावत का काम हमें समझ कर करना है और इस का सही तरीका इसी वक़्त समझ में आएगा जब इसे अमली शक्ल में करेंगे। मौलाना अहमद हुसैन मदनी ने फरमाया के इंसान जो भी काम करता है उनमें सबसे अहम दीन को दूसरों तक पहुंचना है लिहाजा हमारी ज़िम्मेदारी है के दिन दूसरों तक पहुंचाएं।
मुफ़्ती आफताब गाजी ने फरमाया के हम जिस दीन को दुनिया वालों को पहुंचाना चाहते हैं और उनके अंदर हो औसाफ देखना चाहते हैं सबसे पहले हमें देखना होगा की वो औसाफ हमारे अंदर है या नहीं? अगर वो औसाफ हमारे अंदर हैं तो पूरी दुनिया दिल से हमारी क़दर करेगी और हमारी दावत मऊअसर होगी वरना नहीं। प्रोफेसर मोहम्मद नुरुल्लाह ने दावात के इमकानात पर रोशनी डालते हुये फरमाया के इस्लाम बहुत आसान दीन है लिहाजा किसी भी घास छिलने वाले और जाहिल को दीन की दावत देंगे तो इसे भी आसानी से दीन समझ में आ जाएगा। मौलाना एहसानुल्लाह नादवी ने फरमाया इस वक़्त मुसलमान जिन हालात से गुज़र रहे हैं वो इंतेहाई नागुफ़्ताबा हैं जिस का वाहिद हल दावत वलिवल्लाह है। प्रोग्राम का आगाज मदरसा मदीनतुल उलूम चक दरभंगा के तालिबे इल्म मोहम्मद शरफूल हक़ और मोहम्मद आदिल सैफ की नआत से हुआ और निजामत के फरायज इंतिख़ाब आलम कासमी ने इंजाम दिये। इस मौके पर शहर के चंद शख्सियात ने शिरकत की।