दिग्विजय सिंह का विवादित बयान- कहा मदरसों और RSS के स्कूलों में कोई फर्क नहीं, दोनों ही नफरत फैलाते हैं

अभी तक धर्म निरपेक्षता का नक़ाब पहने और भाजपा और संघ परिवार को मुसलमानो को लुभाने के लिए कोसने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मदरसों के खिलाफ ज़हर उगलते हुए, मदरसों की तुलना आरएसएस द्वारा संचालित, सरवती शिशु मंदिर स्कूलों से कर डाली है|

दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर किये गए अपने ट्वीट के जरिये एक नया विवाद खड़ा कर दिया है| दिग्विजय ने मदरसों और सरस्वती शिशु मंदिर को एक तरह का बताते हुए, दोनों को ‘नफरत’ फैलाने वाला बताया| अपने ट्वीट में वह लिखते है “क्या मदरसों और सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल जो आरएसएस चलता है कोई अंतर है? मुझे तो नहीं लगता| दोनों ही नफरत फैलातें हैं|”

कांग्रेस महासचिव और मुस्लिम समुदाय और राजनेतिक दलो ने सिंह के इस ट्वीट की घोर नींदा की है|

मुसलमानो के अलग अलग तबको से कड़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही है, जिसमे जमीअत-ए-उलमा हिन्द भी शामिल है| कांग्रेस नेता और राज्य अल्पसंख्यक अध्यक्ष आबिद रसूल खान ने भी अपना नाराजगी जाहिर की है|

तेलेंगा और आंध्र प्रदेश से जमीअत-ए-उलमा हिन्द के प्रमुख  हाफिज पीर शब्बीर ने इस ट्वीट का स्पष्ट तोर पर खंडन करते हुए एक संक्षिप्त टिप्पणी में कहा है की ” मैं चाहता हूँ की वो(दिग्विजय सिंह) मुझे दिखाए की किस मदरसे में हथियारों रखे गए है? यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है|”