जनाब ज़हीरउद्दीन अली ख़ां मैनेजिंग एडीटर रोज़नामा सियासत हैदराबाद ने बरोज़ इतवार वरंगल रवानगी के दौरान मुदर्रिसा बाब उल-उलूम का मुआइना किया और तामीरी कामों का मुशाहिदा किया।
उन्होंने इस मौके पर मुदर्रिसा के ज़िम्मेदारों से कहा कि दीनी मदारिस का क़ियाम अमल में लाना आज के दौर में निहायत ज़रूरी है। मुसलमानों को अरबी तालीम के साथ साथ उर्दू तालीम भी सीखना ज़रूरी है।
हमारी मादरी ज़बान को हम ख़ुद ना सीखें तो कौन सीखेगा। उलमाए किराम की ज़िम्मेदारी हैके मसाजिद में उसकी तशहीर करें। मुदर्रिसा बाब उल-उलूम के ज़िम्मेदार मौलाना अबदुलसत्तार और डॉक्टर अनीस सिद्दीक़ी की काविशों की वजह से ज़िला वरंगल में आबिद अली ख़ां एजूकेशनल ट्रस्ट के उर्दू दानी इमतेहानात का सेंटर क़ायम करते हुए कई एक हज़रात इमतेहानात में शरीक हुए, ये बहुत बड़ा काम है।
जनाब ज़हीरउद्दीन अली ख़ां ने कहा कि वरंगल उर्दू तहज़ीब का गहवारा है। यहां पर उर्दू कॉलेजस और उर्दू मीडियम मदारिस भी हैं, उसको बरक़रार रखना हमारी ज़िम्मेदारी है।
अरबी मुदर्रिसा बाब उल-उलूम के साथ रोज़नामा सियासत के ज़िम्मेदारों के शुरू से बेहतर ताल्लुक़ात हैं। उन्होंने कहा कि उर्दू कम्पयूटर सेंटर भी अरबी मुदर्रिसा में क़ायम है।
इस से भी इस्तेफ़ादा करें। दिनी तालीम के साथ साथ असरी तालीम की तरफ़ तवज्जा दें। आज मुसलमान बहुत पीछे हैं। हर मैदान में मुसलमानों को आगे आना ज़रूरी है।
सियासी मैदान में मुसलमान बहुत पीछे हैं। अलाहिदा तेलंगाना क़ायम होने के बाद मुसलमान अपनी सियासी ताक़त को उभारें वर्ना हम को वोटों के लिए इस्तेमाल करके छोड़ देंगे।
तेलंगाना के हर ज़िला में मुसलमानों के वोट असर रखते हैं। इस का सही इस्तेमाल करना नागुज़ीर है। ज़िला वरंगल में भी मुसलमानों के वोटों की बड़ी ताक़त है।
इस का सही इस्तेमाल किया जाये। इस मौके पर डॉक्टर अनीस सिद्दीक़ी, मौलाना मुहम्मद अबदुलाज़ीम सदर जमईतउलालमा वारंगल , मौलाना इलयास महमूद, मुहम्मद जमाल शरीफ़ एडवोकेट सदर नशीन अक़लियती सेल कांग्रेस वरंगल ज़िला, मुहम्मद रफ़ी अहमद, हबीब उद्दीन, अहमद शरीफ़ और दूसरे मौजूद थे।