दिनेश त्रिवेदी के मसला पर पार्लीमेंट में हंगामा

वज़ीर रेलवे दिनेश त्रिवेदी ने अपना ये मौक़िफ़ इख्तेयार किया है कि रेलवे बजट को मंज़ूर कराना उन की ज़िम्मेदारी है जबकि तृणमूल कांग्रेस की जानिब से उनके इस्तीफ़ा के मुतालिबा और हुकूमत के इख्तेयार कर्दा मौक़िफ़ पर पार्लीमेंट में आज ज़बरदस्त हंगामा आराई हुई।

क़ाइद ऐवान-ओ-वज़ीर फायनेंस परनब मुकर्जी ने लोक सभा में कहा कि वज़ीर रेलवे मुस्ताफ़ी नहीं हुए हैं। ममता बनर्जी की जानिब से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मुकुल राय को नया वज़ीर रेलवे बनाने के मुतालिबा पर वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि जब कभी ऐसी ज़रूरत लाहक़ होगी तो हम इस पर ग़ौर करेंगे।

त्रिवेदी ने पार्लीमेंट के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए उन्हों ने रेल बजट पार्लीमेंट में पेश किया है और उसे मंज़ूर कराना भी उन की ज़िम्मेदारी है। वो अपनी ज़िम्मेदारी से फ़रार इख्तेयार नहीं कर सकते। अपोज़ीशन पार्टीयों ने इस मसला पर हुकूमत को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाते हुए कहा कि ये मख़लूत सियासत की बदतरीन शक्ल है। बी जे पी लीडर सुषमा स्वराज ने जानना चाहा कि आकर रेल बजट का क्या होगा क्योंकि ये अब ऐवान की मिल्कियत बन चुका है और ऐसे वक़्त हुकूमत वज़ीर रेलवे को तबदील करने की कोशिश कर रही है।

परनब मुकर्जी ने अपोज़ीशन बिलख़सूस बी जे पी पर जवाबी तन्क़ीद करते हुए कहा कि मख़लूत हुकूमत में ऐसे मसाइल आम तौर पर पेश आते हैं। आज लोक सभा में दिनेश त्रिवेदी अगली नशिस्त पर बैठे हुए थे जो आम तौर पर सीनीयर वुज़रा के लिए हुआ करती है।

स्पीकर मीराकुमार ने वकफ़ा-ए-सवालात को मुअत्तल करने की नोटिस मंज़ूर नहीं की लेकिन उन्हों ने सुषमा स्वराज और दीगर को इस मसला पर बात करने की इजाज़त दी। ऐवान में तृणमूल कांग्रेस के क़ाइद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि उन के पार्टी अरकान ने वज़ीर रेलवे से मुस्ताफ़ी होने की ख़ाहिश नहीं की है। उन्होंने कहा कि ये मुआमला ममता बनर्जी और वज़ीर-ए-आज़म की जानिब से हल कर लिया जाएगा।

उन्हों ने वाज़िह तौर पर कहा कि हुकूमत मुस्तहकम है और ये अपनी मीयाद पूरी करेगी। पार्लीमेंट में अपोज़ीशन जमातों ने कहा कि मुतज़ाद दावों और ब्यानात की वजह से उलझन पैदा हो रही है जबकि हुकूमत को इस मुआमले की जल्द अज़ जल्द यकसूई करनी चाहीए। बी जे पी लीडर एम वैंकया नायडू ने तहरीक तशक्कुर पर मुबाहिस में हिस्सा लेते हुए हुकूमत को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाया। राज्य सभा में भी इस मसला पर हंगामा आराई पर सदर नशीन हामिद अंसारी को कार्रवाई मुल्तवी करनी पड़ी।